ठाणे, छह अप्रैल (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के भिवंडी से लोकसभा सदस्य सुरेश म्हात्रे ने रविवार को सफाई देते हुए कहा कि अस्वस्थ होने के कारण वह संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पर हुए मतविभाजन के वक्त अनुपस्थित थे।
म्हात्रे को यहां बाल्या मामा के नाम से भी जाना जाता है। विधेयक के खिलाफ भिवंडी में तीव्र विरोध प्रदर्शनों के बीच वह सदन में अनुपस्थित रहे थे। भिवंडी में शनिवार देर रात को भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ था।
म्हात्रे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अस्वस्थ था और सत्र के दौरान अस्पताल में भर्ती था। मुझे उम्मीद नहीं थी कि विधेयक लोकसभा में पेश किया जाएगा। यह अप्रत्याशित रूप से हुआ। दुर्भाग्य से मैं सत्र से एक दिन पहले बीमार पड़ गया और अस्पताल में भर्ती हुआ।’’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के सांसद ने कहा, ‘‘मैं जानबूझकर सत्र से अनुपस्थित नहीं हुआ था।’’
संयोगवश, म्हात्रे इस विधेयक पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सदस्य थे।
राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया है।
भाषा धीरज प्रशांत
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