नयी दिल्ली, 25 फरवरी (भाषा) दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की देनदारियां वित्त वर्ष 2015-16 के 28,263 करोड़ रुपये से बढ़कर 2021-22 में 65,274 करोड़ रुपये हो गईं। इस तरह इसमें 37,000 करोड़ रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हुई।
विधानसभा में सोमवार को पेश की गई नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान डीटीसी को 14,000 करोड़ रुपये से अधिक का परिचालन घाटा हुआ।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बजट सत्र में 31 मार्च, 2022 को खत्म हुए वित्त वर्ष के लिए डीटीसी के कामकाज पर रिपोर्ट पेश की।
रिपोर्ट में कहा गया कि डीटीसी ने कोई व्यावसायिक योजना तैयार नहीं की थी, न ही अपने घाटे को कम करने के लिए कोई लक्ष्य तय किया।
इसके मुताबिक डीटीसी ने वित्तीय स्थिति पर कोई अध्ययन नहीं किया, जबकि उसे लगातार घाटा हो रहा था। ऐसे में 2015 से 2023 के बीच डीटीसी के बेड़े में बसों की संख्या 4,344 से घटकर 3,937 रह गई।
भाषा पाण्डेय अजय
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