चंद्रपुर, एक फरवरी (भाषा) केंद्र सरकार की संस्था वन्यजीव अपराध नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूसीसीबी) ने शनिवार को देश के बाघ अभयारण्यों के क्षेत्रीय निदेशकों को ‘रेड अलर्ट’ जारी किया और उनसे बाघों के अवैध शिकार को रोकने के लिए गश्त बढ़ाने को कहा। अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी।
डब्ल्यूसीसीबी के संयुक्त निदेशक मनोज कुमार ने एक पत्र जारी कर “बाघ शिकार के खतरे के बारे में रेड अलर्ट’’ जारी किया। डब्ल्यूसीसीबी केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के तहत आता है और इसका काम देश में संगठित वन्यजीव अपराध से निपटना है।
पत्र में कहा गया है कि सभी बाघ अभयारण्यों के क्षेत्र निदेशकों और बाघ अभयारण्यों के बाहरी क्षेत्रों के अधिकारियों को अलर्ट किया जाता है। इसके मुताबिक, विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं और मध्य चंद्रा वन प्रभाग, चंद्रपुर महाराष्ट्र में हाल ही में की गई गिरफ्तारियों के आधार पर यह अलर्ट किया गया है।
पत्र में कहा गया है कि मध्य भारत के ऊंचे क्षेत्रों, पूर्वी घाटों, शिवालिक पहाड़ियों, गंगा के मैदानों और बालाघाट, गढ़चिरौली, चंद्रपुर, जिम कॉर्बेट, अमनगढ़, पीलीभीत, वाल्मीकि, राजाजी बाघ अभयारण्य और उनके आसपास के बाघ क्षेत्रों में संगठित शिकारी गिरोह और खानाबदोशों की सक्रियता देखी गई है।
इसमें कहा गया है कि लिहाजा सभी बाघ अभयारण्यों के क्षेत्र निदेशक और संबंधित अधिकारी तुरंत गश्त और निगरानी बढ़ाएं।
भाषा नोमान धीरज
धीरज