टैफे ने मैसी फर्ग्यूसन विवाद में एजीसीओ के फैसले को अदालत में चुनौती दी

Ankit
3 Min Read


नयी दि्ल्ली, एक अक्टूबर (भाषा) भारतीय ट्रैक्टर विनिर्माता कंपनी टैफे ने अमेरिकी कंपनी एजीसीओ कॉरपोरेशन द्वारा उसके साथ


सहयोग समझौता रद्द करने के फैसले को अदालत में चुनौती दी है।

ट्रैक्टर्स एंड फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड (टैफे) ने एक अदालती आदेश का हवाला देते हुए कहा कि मैसी फर्ग्यूसन ब्रांड का लाइसेंस वापस लेने से संबंधित इस मामले में यथास्थिति बनाए रखने को कहा गया है।

इसके साथ ही चेन्नई स्थित इस कंपनी ने एजीसीओ कॉरपोरेशन के खिलाफ अदालत की अवमानना याचिका दाखिल कर दी है।

अमेरिकी कृषि उपकरण विनिर्माता एजीसीओ ने सोमवार को बयान में कहा था कि उसने भारतीय ट्रैक्टर विनिर्माता टैफे के साथ किए गए समझौतों को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया है।

तत्काल प्रभाव से खत्म किए गए समझौतों में मैसी फर्ग्यूसन ब्रांड लाइसेंस समझौते के साथ भारत, नेपाल एवं भूटान के लिए वितरक समझौता और भारत, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश एवं भूटान के लिए बौद्धिक संपदा लाइसेंस समझौता शामिल हैं।

एजीसीओ ने इस कार्रवाई के लिए टैफे की ‘अनुचित और अनधिकृत कार्रवाइयों’ को जिम्मेदार बताते हुए कहा उसने मैसी फर्ग्यूसन ब्रांड के उपयोग के संबंध में भारत में टैफे के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी शुरू कर दी है।

इस पर टैफे ने एक बयान में कहा कि चेन्नई स्थित एक वाणिज्यिक अदालत ने मैसी फर्ग्यूसन ब्रांड के संबंध में अंतरिम यथास्थिति आदेश के साथ उसके पक्ष में फैसला सुनाया है, लिहाजा किसी भी पक्ष के लिए 29 अप्रैल, 2024 तक की स्थिति को बदलना अस्वीकार्य है और इस तरह का कोई भी प्रयास अदालत का उल्लंघन होगा।

टैफे की प्रबंध निदेशक मल्लिका श्रीनिवासन ने कहा कि टैफे ने चेन्नई में अदालत की अवमानना से जुड़ी ​​याचिका दायर की है। इसके अलावा कंपनी ने भारत में मैसी फर्ग्यूसन ब्रांड के अपने वैध स्वामित्व का दावा करते हुए एक अलग मुकदमा भी दायर किया है।

देश की दूसरी बड़ी और दुनिया की तीसरी बड़ी ट्रैक्टर विनिर्माता टैफे ने कहा कि वह 1960 से मैसी फर्ग्यूसन ट्रैक्टरों का उत्पादन कर रही है। कंपनी करीब एक लाख इकाइयों का वार्षिक उत्पादन करती है।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *