जोधपुर, 26 जनवरी (भाषा) जोधपुर में अपने कारोबार साझेदार के ‘विश्वासघात’ से गुस्साए 70 वर्षीय व्यक्ति ने उसके दो बच्चों को स्कूल से अपने घर ले जाकर कथित तौर पर उनकी हत्या कर दी तथा शवों को फंदे पर लटका दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
यह घटना यहां बोरानाडा की है। बच्चों के शव रविवार को बरामद हुए। बच्चों के परिवार ने दो दिन पहले ही उनके लापता होने ही रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने बताया कि उसे घटनास्थल पर एक नोट मिला है, जिसमें आरोपी ने कथित तौर पर चूड़ी कारखाने में साझेदारी में मिले ‘धोखे’ के कारण बच्चों की हत्या करने की बात स्वीकार की है, तथा आत्महत्या करने की अपनी मंशा का भी जिक्र किया है।
पुलिस ने बताया कि तमन्ना उर्फ तन्नू (12) और शिवपाल (8) शुक्रवार को स्कूल के लिए घर से निकले थे लेकिन वापस नहीं लौटे। उनके परिवार ने उनकी तलाश की और आखिरकार शनिवार को बोरानाडा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
डीसीपी (पश्चिम) राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि आरोपी श्याम सिंह भाटी ने नौ महीने पहले प्रदीप देवसाई के साथ मिलकर चूड़ी बनाने का कारखाना शुरू किया था। हालांकि, देवसाई ने कुछ कारणों से साझेदारी समाप्त कर दी। वे दोनों करीब 20 साल से एक-दूसरे को जानते थे।
वर्मा ने कहा, ‘‘इससे भाटी के मन में देवसाई के परिवार के प्रति नाराजगी पैदा हुई और उसने उसके परिवार को खबक सिखाने की ठानी। मौका पाकर भाटी ने देवसाई के दो बच्चों की हत्या कर दी। उनके शव उसके (भाटी के) कारखाने के पास स्थित उसके किराए के घर में पाए गए।’’
उन्होंने बताया कि भाटी फरार है और उसे पकड़ने के लिए तलाश शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चे पाल के एक स्कूल में पढ़ते थे। दो दिन पहले आरोपी बच्चों को घर छोड़ने के बहाने स्कूल से ले गया और उन्हें चूड़ी कारखाने के पास अपने घर ले आया। यह स्थान बोरानाडा में जैन मंदिर के पास है।
पुलिस ने बताया कि उसने वहां उनकी हत्या कर दी और शवों को लटका दिया। प्रारंभिक जांच के अनुसार भाटी ने चूड़ी कारखाने में पैसा लगाया था और देवसाई वहां कारीगर के रूप में काम करता था। कुछ मतभेदों के कारण देवसाई ने साझेदारी समाप्त कर दी जिससे भाटी को आर्थिक नुकसान हुआ।
वर्मा ने बताया कि घटनास्थल पर मिले नोट में भाटी ने लिखा है कि उसके साथी ने उसे ‘धोखा’ दिया है जिसके कारण वह अपनी भी जान लेना चाहता है।
देवसाई का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वह चूड़ी कारीगर है। भाटी राजस्थान के फलौदी से है।
भाषा शोभना वैभव
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