नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) लगभग एक साल पहले दिवाला समाधान प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद नोएडा में जेपी इन्फ्राटेक की आवासीय परियोजनाओं के तहत इकाइयों के निर्माण में अत्यधिक देरी के खिलाफ सैकड़ों घर खरीदारों ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया।
आक्रोशित घर खरीदारों ने नोएडा के सेक्टर-128 में जेपी इन्फ्राटेक के कार्यालय के पास विरोध प्रदर्शन किया, नारे लगाए और बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिसके परिणामस्वरूप भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
यह लंबे समय से विलंबित आवासीय परियोजनाओं को लेकर घर खरीदारों और संबंधित प्रबंधन के बीच हालिया गतिरोध है।
ये परियोजनाएं 2010-11 में शुरू की गई थीं और इनका आवंटन 2014-15 तक होना था।
एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद, कर्ज में डूबी जेपी इन्फ्राटेक लिमिटेड (जेआईएल) को पिछले साल जून में दिवाला समाधान प्रक्रिया के माध्यम से मुंबई स्थित ‘सुरक्षा समूह’ ने अपने अधीन ले लिया था। समूह ने उस समय वादा किया गया था कि चार साल में लगभग 20,000 घरों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
हालांकि, निर्माण कार्य की धीमी प्रगति को लेकर जेआईएल रियल एस्टेट आवंटी वेलफेयर सोसायटी (जेआरईएडब्ल्यूएस) के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर रहे घर खरीदारों का असंतोष बृहस्पतिवार को नोएडा की सड़कों पर उतर आया।
जेआरईएडब्ल्यूएस ने बयान में कहा कि घर खरीदारों ने पुलिस बल की मौजूदगी में कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) से मुलाकात की।
एसोसिएशन ने दावा किया, “सेक्टर-128 कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रवेश प्रतिबंधित होने के कारण, हमें परिसर में बलपूर्वक प्रवेश करने के लिए बाध्य होना पड़ा… सुरक्षा कार्यालय पहुंचने पर, कनिष्ठ कर्मचारियों ने हमसे बातचीत करने का प्रयास किया। हालांकि, हमारा प्राथमिक उद्देश्य सीईओ अभिजीत गोहिल से मिलना था।”
उसने कहा, “स्थानीय पुलिस पहले से ही मौके पर मौजूद थी, और एसएचओ (थाना प्रभारी) के आने के बाद, हम अंततः उनकी मौजूदगी में सीईओ के साथ चर्चा कर सके।”
एसोसिएशन ने कहा कि उसने अपनी सभी चिंताओं से अवगत करा दिया है और दोनों पक्षों ने सभी परियोजनाओं और टावर के निर्माण की प्रगति की विस्तार से समीक्षा करने के लिए 19 अप्रैल को एक अनुवर्ती बैठक बुलाने पर आपसी सहमति जताई है।
एक बयान के अनुसार, निर्माण कार्यों की स्थिति की समीक्षा के लिए मासिक बैठकें होंगी। जेआरईएडब्ल्यूएस के अध्यक्ष आशीष मोहन गुप्ता घर खरीदारों और सीईओ के बीच इन सत्रों का समन्वय और संचालन करेंगे।
जेपी इन्फ्राटेक की ओर से इस संबंध में फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
भाषा अनुराग अजय
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