तोक्यो, आठ अगस्त (एपी) जापान के दक्षिणी तट पर बृहस्पतिवार को भूकंप के तगड़े झटके महसूस किये गये जिससे तीन लोग घायल हो गये। भूकंप के कारण सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी।
स्थानीय निवासियों से समुद्र तट से दूर रहने का आग्रह किया गया। भूकंप से हालांकि गंभीर नुकसान की कोई खबर नहीं है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.1 मापी गई।
एजेंसी ने बताया कि इसका केंद्र जापान के दक्षिणी मुख्य द्वीप क्यूशू के पूर्वी तट पर लगभग 30 किलोमीटर (18.6 मील) की गहराई में था।
भूकंप के सबसे जबरदस्त झटके क्यूशू द्वीप के मियाजाकी प्रांत के निचिनान शहर और आसपास के इलाकों में महसूस किये गये।
एजेंसी ने कहा कि भूकंप आने के लगभग आधे घंटे बाद क्यूशू के दक्षिणी तट के कुछ हिस्सों और निकटवर्ती शिकोकू द्वीप पर 50 सेंटीमीटर (1.6 फुट) ऊंची सुनामी की लहरें देखी गईं।
मियाजाकी प्रांत को छोड़कर ज्यादातर तटीय क्षेत्रों से सुनामी संबंधी चेतावनी हटा ली गई है।
एजेंसी के भूकंप वैज्ञानिकों ने एक आपात बैठक की जिसमें स्थिति का जायजा लिया गया।
अग्निशमन और आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि बृहस्पतिवार को आये भूकंप में तीन लोग घायल हुए हैं।
मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि अधिकारी भूकंप में हुई क्षति का आकलन कर रहे हैं, हालांकि इस संबंध में तत्काल कोई सूचना नहीं मिली है।
उन्होंने प्रभावित क्षेत्र के निवासियों से समुद्र तट से दूर रहने का आग्रह किया।
जापान के एनएचके टेलीविजन ने कहा कि भूकंप के केंद्र के निकट मियाजाकी हवाई अड्डे पर खिड़कियों के टूटने की खबरें हैं।
परमाणु विनियमन प्राधिकरण ने कहा कि क्यूशू और शिकोकू पर स्थित सभी 12 परमाणु रिएक्टर सुरक्षित हैं, जिनमें से तीन वर्तमान में संचालित हैं।
मार्च 2011 में आये भीषण भूकंप और सुनामी के बाद से फुकुशिमा परमाणु आपदा के बाद से परमाणु ऊर्जा संयंत्रों वाले क्षेत्रों में भूकंप एक बड़ी चिंता का विषय रहा है।
जापान के उत्तर-मध्य क्षेत्र नोटो में एक जनवरी को आए भूकंप में 240 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
एपी
देवेंद्र पवनेश
पवनेश