सूरत, दो फरवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री सी आर पाटिल ने रविवार को कहा कि जल जीवन मिशन के तहत अब तक 15.44 करोड़ घरों में नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं, जबकि शेष 4.33 करोड़ घरों को 2028 तक कवर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नल से साफ पानी के कनेक्शन ने अशुद्ध पानी पीने से होने वाले संभावित संक्रमण के जोखिम को टालकर चार लाख बच्चों की जान बचाई है।
पाटिल ने सूरत में संवाददाताओं को बताया कि जल जीवन मिशन के तहत अब तक 75 करोड़ लोगों को नल जल कनेक्शन से लाभ मिला है। जल जीवन मिशन का उद्देश्य ग्रामीण भारत के सभी घरों में घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है।
जल शक्ति मंत्री पाटिल ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में 2028 तक इस योजना के तहत 100 प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करने की बात कही है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद ने दावा किया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, जल जीवन मिशन ने जल जनित बीमारियों के इलाज पर खर्च होने वाले 8.4 लाख करोड़ रुपये बचाने में मदद की है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री सीतारमण जल जीवन मिशन के लाभ से वाकिफ हैं। वे इस योजना को पूरी गंभीरता से बढ़ावा देते हैं।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब तक लगभग 15.44 करोड़ घरों में पानी के कनेक्शन से चार लाख बच्चों (पांच साल से कम उम्र के) की जान बचाने में मदद मिली है, जिनकी अशुद्ध पानी पीने से मौत हो सकती थी।
जल जीवन मिशन को 2028 तक बढ़ा दिया गया है और बजट 2025-26 में इसके लिए 67,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। यह 2024-25 के संशोधित अनुमान 22,694 करोड़ रुपये से काफी अधिक है।
पाटिल ने कहा, ‘‘जल शक्ति मंत्रालय को जल जीवन मिशन को लागू करने के लिए 67,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। अब तक 15.44 करोड़ घरों को नल कनेक्शन मिल चुके हैं, जबकि शेष 4.33 करोड़ घरों को 2028 तक कवर किया जाएगा।’’
बजट 2025-26 पर पाटिल ने कहा कि 2013 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार द्वारा पेश किए गए 16 लाख करोड़ रुपये के बजट की तुलना में 50 लाख करोड़ रुपये का बजट परिव्यय अंतर को दर्शाता है।
भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘जब कांग्रेस की सरकार थी, तब रक्षा के लिए बजटीय आवंटन 5.61 लाख करोड़ रुपये था, जो बढ़कर 6.81 लाख करोड़ रुपये हो गया है। कांग्रेस के शासन के दौरान हथियारों का आयात किया जाता था। इसके विपरीत, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में घरेलू उत्पादन में तेजी आई है।’’
भाषा आशीष नरेश
नरेश