जम्मू, दो फरवरी (भाषा) ‘इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैलिएटिव केयर’ (आईएपीसी) का तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को संपन्न हुआ, जिसमें जम्मू कश्मीर के सबसे बड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों में से एक में दुनिया भर से 800 से अधिक प्रतिनिधि चिकित्सकों और स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
अधिकारियों ने बताया कि सम्मेलन ने भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के बीच सार्थक आदान-प्रदान को सुगम बनाया, जिससे भविष्य में सहयोग और ज्ञान साझा करने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
‘इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैलिएटिव केयर’ के जम्मू कश्मीर चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. रोहित लाहौरी ने कहा, ‘इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैलिएटिव केयर का 32वां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न हो गया है, जिसने भारत, विशेषकर जम्मू कश्मीर में पैलिएटिव केयर के परिदृश्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा है। इसका आयोजन आईएपीसी के जम्मू कश्मीर चैप्टर द्वारा यहां एम्स के सहयोग से किया गया था।’
उन्होंने कहा कि यह जम्मू कश्मीर में आयोजित पहला इतना बड़ा सम्मेलन है और इसमें विश्व भर से 800 से अधिक प्रतिनिधियों और शिक्षकों ने भाग लिया।
सांबा जिले के विजयपुर क्षेत्र में एम्स में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया। इसका आयोजन आईएपीसी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुषमा भटनागर की देखरेख में किया गया।
भाषा
शुभम रंजन
रंजन