श्रीनगर, एक अगस्त (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश को सिनेमा को अलग करना असंभव है क्योंकि दोनों के बीच एक ‘जैविक संबंध’ है जो वर्षों में विकसित हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन फिल्म निर्माताओं को यूरोपीय देशों की तुलना में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास कर रहा है ताकि केंद्र शासित प्रदेश को वैश्विक फिल्म गंतव्य बनाया जा सके।
सिन्हा ने एक फिल्म सम्मेलन में कहा, ‘‘आप जम्मू-कश्मीर को सिनेमा से अलग नहीं कर सकते। जब भी हमारे देश में सिनेमा पर चर्चा होती है, तो जम्मू-कश्मीर उस चर्चा का हिस्सा होता है। यह एक जैविक संबंध है जो साल दर साल बढ़ता गया है।’’
सम्मेलन में शामिल हुए फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने कहा कि पर्यटन विभाग को फिल्म निर्माताओं को ‘‘अधिक स्थानों की खोज करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, जिन्हें हमने अभी तक नहीं देखा है।’’
उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन फिल्म उद्योग को जम्मू-कश्मीर में नए स्थानों की खोज करने का संदेश देगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा कहता हूं कि फिल्म उद्योग अब सिर्फ मुंबई तक सीमित नहीं है, दक्षिण का उद्योग बहुत महत्वपूर्ण हो गया है, उन्होंने बहुत योगदान दिया है। देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में फिल्में लोगों को सिर्फ गानों या संगीत या वेशभूषा के जरिए ही नहीं, बल्कि हर चीज से जोड़ती हैं।’’
भाषा जोहेब नेत्रपाल
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