जनार्दन रेड्डी और श्रीरामुलु के बीच विवाद से कर्नाटक भाजपा में दरार और गहरी हुई |

Ankit
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बेंगलुरु, 23 जनवरी (भाषा) भाजपा की कर्नाटक इकाई में आंतरिक कलह बृहस्पतिवार को उस समय और गहरा गई जब पुराने मित्र खनन कारोबारी बी जनार्दन रेड्डी और पूर्व मंत्री बी श्रीरामुलु सार्वजनिक रूप से आमने-सामने हो गए।


ऐसा लगता है कि भाजपा कोर कमेटी की बैठक में श्रीरामुलु के खिलाफ यह आरोप लगाया गया कि वह भी संदूर उपचुनाव में पार्टी की हार के लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्हें पार्टी का टिकट नहीं मिला था। चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं करने को लेकर उनकी आलोचना की गई।

सूत्रों के अनुसार, भाजपा में एक वर्ग ने यह धारणा बनाई कि श्रीरामुलु 2023 का विधानसभा चुनाव और 2024 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद संदूर से भाजपा के टिकट पर नजर लगाए हुए हैं। हालांकि, पार्टी ने बंगारू हनुमंतु को मैदान में उतारा जो उपचुनाव में कांग्रेस की अन्नपूर्णा से हार गए।

कोर कमेटी की बैठक में लगाए गए आरोपों के बाद श्रीरामुलु ने कहा कि वह पार्टी छोड़ना पसंद करेंगे।

पूर्व सांसद और विधायक ने बुधवार को खुले तौर पर गंगावती से विधायक जनार्दन रेड्डी पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल से उनके खिलाफ ‘‘चुगली’’ करने का आरोप लगाया।

जवाब में, रेड्डी ने श्रीरामुलु को याद दिलाने की कोशिश की कि जब वह अपने चाचा की क्रूर हत्या का बदला लेने के बारे में सोच रहे थे, तो उन्होंने ही उन्हें सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया था।

रेड्डी ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘शास्त्रों का हवाला देते हुए, मैंने श्रीरामुलु को हिंसा और अपराध छोड़ने के लिए मनाया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। मैं उन्हें राजनीति में लेकर आया, उन्हें मंत्री के स्तर तक बढ़ाने में मदद की। शायद यह मेरी गलती थी।’’

उन्होंने कहा कि उन्होंने मीडिया में खबरें देखी हैं कि श्रीरामुलु ‘‘कुछ बड़े लोगों को नियंत्रित करने’’ के लिए कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।

प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, श्रीरामुलु ने आरोप लगाया कि रेड्डी बल्लारी में पार्टी को दो भागों में विभाजित करना चाहते हैं।

श्रीरामुलु ने बल्लारी में संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया, ‘‘जनार्दन रेड्डी ने कंपली विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को विभाजित कर दिया है और अपने भतीजे सुरेश बाबू (राजनीतिक रूप से) को खत्म करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपने ही भाई जी सोमशेखर को किनारे कर दिया है और उन्हें शक्तिहीन बना दिया है। यहां तक ​​कि कुडलिगी विधानसभा क्षेत्र में भी वह ऐसा कर रहे हैं।’’

इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने श्रीरामुलु से फोन पर बात की। उनके करीबी सूत्रों ने यह जानकारी दी।

श्रीरामुलु के एक विश्वासपात्र ने कहा, ‘‘नड्डा ने उनसे इस मुद्दे पर मीडिया में आगे न बोलने और इसे सभी के लिए चर्चा का मुद्दा न बनाने का अनुरोध किया।’’

भाजपा की कर्नाटक इकाई में आंतरिक कलह हाल में खुलकर तब सामने आई जब पार्टी के विजयपुरा से विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल और उनके गुट ने सार्वजनिक रूप से प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र और उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को निशाना बनाया।

इस झगड़े ने सत्तारूढ़ कांग्रेस को विपक्षी भाजपा का मजाक उड़ाने का मौका दे दिया।

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रायचूर में पत्रकारों से कहा, ‘‘भाजपा में तीन से चार गुट हैं, जबकि हमारी पार्टी में कोई गुट नहीं है। मैं और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार यहां एक साथ हैं। हमारे बीच गुट कहां हैं?’’

भाषा नेत्रपाल पवनेश

पवनेश



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