बीजिंग, 31 जुलाई (एपी) चीन ने जापान पर अमेरिका, भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ हुईं उच्चस्तरीय वार्ताओं के दौरान उसके खिलाफ “मानहानिकारक हमले” करने का आरोप लगाया है।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि एशियाई मामलों के विभाग के महानिदेशक लियू जिनसोंग ने एक दिन पहले जापान दूतावास में मिशन उप प्रमुख अकीरा योकोची के साथ बैठक के दौरान हालिया घटनाक्रम को लेकर गंभीर चिंता जताई है।
बयान के अनुसार, “लियू ने कहा कि चीन पर जापान के मानहानिकारक हमले दोनों देशों के बीच रणनीतिक व पारस्परिक संबंधों को बढ़ावा देने के उसके रुख के विपरीत हैं।”
रविवार को जापान की राजधानी तोक्यो में हुई बैठक के दौरान जापानी विदेश और रक्षा मंत्रियों ने अमेरिका के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई थी। दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच यह बैठक हुई थी।
संयुक्त बयान में कहा गया है कि चीन अपनी विदेश नीति के जरिए अपने फायदे के लिए वैश्विक व्यवस्था को नया आकार देना चाहता है और इस तरह के व्यवहार से हिंद-प्रशांत क्षेत्र और इससे बाहर एक “बड़ी सामरिक चुनौती” उत्पन्न हुई है।
अमेरिका-जापान के बीच वार्ता के बाद सोमवार को ‘क्वॉड’ समूह में शामिल देशों अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। इसके बाद जारी संयुक्त बयान में चीन के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन “विवादित मुद्दों में सैन्य दखल बढ़ाने और दक्षिण चीन सागर व धमकी भरे युद्धाभ्यास” के प्रति विरोध व्यक्त किया।
चीन ने अमेरिका पर उसके (चीन के) बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए दूसरे देशों के साथ संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का आरोप लगाया है।
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि चीन जापान से उसके (चीन के) आंतरिक मामलों के बारे में गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी बंद करने का आग्रह करता है।
वहीं, जापान दूतावास की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि योकोची ने बैठक में जापान का रुख स्पष्ट किया और चीन से संबंधित विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखी।
एपी जोहेब पवनेश
पवनेश