पटना, 31 मार्च (भाषा) केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास (लोजपा-आरवी) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान की पहली पत्नी के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए सोमवार को उनके चाचा और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पशुपति कुमार पारस को जिम्मेदार ठहराया।
लोजपा (आरवी) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने आरोप लगाया कि पारस और उनके दिवंगत छोटे भाई राम चंद्र पासवान की पत्नियों ने हाल ही में राजकुमारी देवी (रामविलास पासवान की पहली पत्नी) को बिहार के खगड़िया जिले में उनके पैतृक आवास से बेदखल करने की कोशिश की थी।
रामविलास पासवान ने चिराग की मां रीना से शादी करने से 20 साल पहले राजकुमारी देवी से विवाह किया था।
तिवारी ने कहा, ‘‘हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष (चिराग) को जैसे ही इस घटनाक्रम की जानकारी मिली, उन्होंने प्रिंस पासवान (राम चंद्र पासवान के बेटे) को अपने पैतृक गांव सहार बन्नी जाकर स्थिति का जायजा लेने को कहा।’’
तिवारी ने कहा, ‘‘हमें बताया गया है कि राजकुमारी देवी को मिले कमरे में ताला लगा दिया गया है और उनसे वहां से जाने के लिए कहा जा रहा है। पारस, जो दिवंगत रामविलास पासवान को पूजने का दावा करते हैं, अपनी बुजुर्ग और बीमार भाभी के साथ दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन हम राजकुमारी देवी के समर्थन में खड़े हैं।’’
इस सिलसिले में अभी तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पारस से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका।
ताजा विवाद को चिराग और पारस के बीच बिहार के शीर्ष दलित नेताओं में से एक रामविलास पासवान की ‘‘राजनीतिक विरासत’’ पर कब्जे को लेकर जारी झगड़े के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है।
भाषा पारुल नेत्रपाल
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