नयी दिल्ली, छह मार्च (भाषा) महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि केंद्र सरकार घरेलू हिंसा पीड़ितों के लिए ‘वन स्टॉप सेंटर्स’ में अस्थायी आश्रय की अवधि को पांच दिन से बढ़ाकर 10 दिन करने की योजना बना रही है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बुधवार रात एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विशेष परिस्थितियों में पीड़िता ऐसे केंद्रों में 15 दिनों तक रह सकती है।
वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) का उद्देश्य निजी और सार्वजनिक स्थानों, परिवार, समुदाय और कार्यस्थल पर हिंसा से प्रभावित महिलाओं को सहायता प्रदान करना है।
वर्तमान कानून के अनुसार हिंसा से प्रभावित महिलाएं अपने बच्चों (सभी उम्र की लड़कियां और आठ वर्ष तक के लड़के) के साथ अधिकतम पांच दिनों की अवधि के लिए ओएससी में अस्थायी आश्रय ले सकती हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए ‘वन स्टॉप सेंटरों’ पर अस्थायी आश्रय की अवधि को पांच दिन से बढ़ाकर 10 दिन करने की योजना बना रहा है और सरकार इसे अंतिम रूप दे रही है।
जिन महिलाओं को दीर्घकालिक आश्रय की आवश्यकता होती है, उनके लिए ओएससी ‘स्वाधार गृह’ की व्यवस्था करते हैं, जो सरकार या गैर सरकारी संगठनों द्वारा प्रबंधित या संबद्ध होते हैं।
देवी ने बुधवार रात झारखंड की महिला पंचायत नेताओं और सरपंचों को सम्मानित करने के लिए अपने आवास पर आयोजित रात्रिभोज के दौरान ये बात कहीं। ये महिलाएं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं। देवी झारखंड के कोडरमा से सांसद हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी प्रेरक महिला नेताओं की मेजबानी करना वास्तव में सम्मान की बात है जो अपने समुदायों में बदलाव की प्रणेता हैं। महिला विकास से लेकर महिला नीत विकास की दिशा में काम करते समय उनके अथक प्रयासों और दृढ़ संकल्प को सम्मान देना आवश्यक है।’’
भाषा शोभना नरेश
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