पणजी, 27 अगस्त (भाषा) आगामी गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान पर्यावरण के लिए खतरनाक प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) की प्रतिमाओं के चलन को हतोत्साहित करने के लिए प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली गोवा सरकार ने मिट्टी की गणेश प्रतिमा बनाने वाले स्थानीय कारीगरों को दी जाने वाली सब्सिडी को दोगुना कर दिया है।
यह योजना वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा शुरू की गई थी। गणेश चतुर्थी तटीय राज्य के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। समुद्र,नदी या तालाब में औपचारिक रूप से विसर्जित करने से पहले लगभग हर हिंदू घर में गणेश प्रतिमा की पूजा की जाती है।
गोवा हस्तशिल्प ग्रामीण लघु उद्योग विकास निगम (जीएचआरएसएसआईडीसी) को हर साल कारीगरों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। जीएचआरएसएसआईडीसी ‘गोवा (मिट्टी की प्रतिमा निर्माताओं को सब्सिडी) योजना 2008’ के लिए नोडल एजेंसी है।
निगम के प्रबंध निदेशक अजय गौडे ने कहा कि राज्य सरकार ने मिट्टी की प्रतिमा बनाने वाले कारीगरों को दी जाने वाली सब्सिडी राशि को अधिकतम 250 प्रतिमाओं के लिए 100 रुपये प्रति प्रतिमा से बढ़ाकर 200 रुपये प्रति प्रतिमा कर दिया है। यह योजना आवेदन करने वाले पहले 388 कारीगरों तक ही सीमित है।
भाषा
संतोष दिलीप
दिलीप