जालना, दो फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र के जालना जिले में एक टोल प्लाजा पर 31 जनवरी को तीन अज्ञात लोगों द्वारा गोली मारे जाने और इसमें खुद के घायल होने का दावा करने वाले 17 वर्षीय लड़के ने कथित तौर पर देशी तमंचे का परीक्षण करने की अपनी हरकत को छिपाने के लिए झूठ बोल रहा था।
महाराष्ट्र के जालना जिले में 31 जनवरी को एक टोल प्लाजा पर तीन अज्ञात लोगों द्वारा गोली मारे जाने और घायल होने का दावा करने वाला 17 वर्षीय लड़का कथित तौर पर तमंचा का परीक्षण करने की अपनी हरकत को छिपाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी थी। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
चंदनझिरा पुलिस थाना के अधिकारी ने बताया कि किशोर को पड़ोसी छत्रपति संभाजीनगर के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसके सीने पर गोली लगी थी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई।
अधिकारी ने कहा, ‘‘उस समय उसने हमें बताया था कि घर लौटते समय मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों ने उसे गोली मार दी थी। उसने दावा किया कि आरोपियों ने उससे 95,000 रुपये छीन लिए। हालांकि, हमें उसके बयान में विसंगति मिलीं। हमारी जांच में पता चला कि उसने और 19 वर्षीय एक व्यक्ति ने अवैध रूप से एक तमंचा खरीदा था और चंदनझिरा में उसका परीक्षण कर रहे थे।’’
उन्होंने बताया कि किशोर उस समय गोली लगने से घायल हो गया जब वह क्षेत्र में अंधेरा दूर करने के लिए अपने मोबाइल फोन का टॉर्च जलाने का प्रयास कर रहा था, तभी गलती से तमंचे से गोली चल गई।
पुलिस निरीक्षक सुशील चव्हाण ने बताया, ‘‘गोली फोन से होते हुए उसके सीने में जा लगी। इसके बाद उसने और उसके दोस्त ने अपना अपराध छिपाने और पुलिस को गुमराह करने के लिए लूट की कहानी गढ़ी। उसके 19 वर्षीय दोस्त को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।’’
भाषा धीरज रंजन
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