नागपुर, 27 सितंबर (भाषा) गोंड गोवारी समुदाय के हजारों सदस्यों ने 1985 के सरकारी प्रस्ताव (जीआर) को रद्द करने की मांग करते हुए शुक्रवार को नागपुर में विशाल प्रदर्शन किया।
आदिवासी गोंड गोवारी जमात संवैधानिक हक संघर्ष कृति समिति के तत्वावधान में प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि उस वर्ष 24 अप्रैल को जारी इस सरकारी आदेश में समुदाय के बारे में गलत जानकारी है, जिससे उन्हें आरक्षण का लाभ प्राप्त करने में समस्या हो रही है।
आदिवासी गोंड गोवारी जमात संवैधानिक हक संघर्ष कृति समिति के कार्यकारी संयोजक गजानन कोहले ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘पूरे महाराष्ट्र से समुदाय के सदस्यों ने यशवंत स्टेडियम से गणेश टेकड़ी तक विरोध मार्च में हिस्सा लिया। हमने पांच फरवरी को विरोध प्रदर्शन किया था और इसके अगले सप्ताह राज्य सरकार ने रिपोर्ट सौंपने के लिए छह महीने का समय मांगा था। इस अवधि को फिर से दो महीने के लिए बढ़ा दिया गया।’
उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि 1985 के जी.आर. को रद्द किया जाए क्योंकि यह असंवैधानिक है और इसमें गोंड गोवारी समुदाय के बारे में गलत जानकारी दी गई है। अगर इस जी.आर. में संशोधन किया जाता है तो हमारी मांगें अपने आप पूरी हो जाएंगी। हालांकि हमें नहीं लगता कि राज्य सरकार हमारी मांगों को लेकर गंभीर है।’
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश