लखनऊ, 22 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं और उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोई विद्यालय शिक्षक विहीन न हो।
यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि सरकार का खजाना जनता का पैसा है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने निर्देश दिया कि प्रदेश का कोई भी विद्यालय शिक्षक विहीन नहीं होना चाहिए और हमारा पूरा ध्यान गुणवत्तापरक शिक्षा पर होना चाहिए।
आदित्यनाथ ने कहा कि सभी आकांक्षात्मक जनपदों एवं विकास खंडों में शिक्षक छात्र का अनुपात बेहतर रहे इसके लिए सरकार हर स्थिति में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक और जुलाई माह में 15 दिन का ‘स्कूल चलो अभियान’ संचालित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 925 और वर्ष 2024-25 में 785 शासकीय विद्यालयों को पीएमश्री योजना के अंतर्गत उच्चीकरण करने के कार्य को आगे बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि 2018 से 2024 के बीच उत्तर प्रदेश में शिक्षा के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो प्रशंसनीय है।
आदित्यनाथ ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति वर्ष 2010 में 57 प्रतिशत थी जो वर्ष 2024 में बढ़कर 71.4 प्रतिशत हो गई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बालिकाओं का नामांकन बालकों की तुलना में अधिक है।
भाषा आनन्द जितेंद्र
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