गांधीनगर, 27 फरवरी (भाषा) गुजरात के मंत्री बलवंत सिंह राजपूत ने बृहस्पतिवार को विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए दावा किया कि भारत शुरू में वांछित वृद्धि हासिल नहीं कर सका क्योंकि स्वतंत्रता के बाद एक गरीब देश को एक अमीर प्रधानमंत्री मिला।
जवाहरलाल नेहरू का नाम लिए बगैर राज्य के उद्योग, श्रम एवं रोजगार मंत्री राजपूत ने सदन में दावा किया कि प्रथम प्रधानमंत्री के कपड़े धुलाई के लिए विदेश भेजे जाते थे।
राजपूत ने यह टिप्पणी 19 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने भाषण के दौरान की, जो कि जारी बजट सत्र का पहला दिन था। राजपूत ने कहा, ‘‘1947 में हमारे देश को स्वतंत्रता मिलने के बाद जो स्थिति पैदा हुई, वह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की दृष्टि से अलग थी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि एक गरीब देश को एक अमीर प्रधानमंत्री मिला। नतीजतन, भारत स्वतंत्रता के बाद वांछित वृद्धि हासिल नहीं कर सका। ऐसा कहा जाता है कि उनके कपड़े धुलने के लिए एक अन्य देश में भेजे जाते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब साइकिल खरीदना ज्यादातर देशवासियों का सपना हुआ करता था, तब वह हवाई यात्रा करते थे। लोग मानते थे कि अगर प्रधानमंत्री उनके जैसे होते तो देश की स्थिति कुछ और होती। वंशवाद की राजनीति की परंपरा पूर्व प्रधानमंत्री की मृत्यु के बाद भी जारी रही।’’
राजपूत ने विधानसभा में कहा कि जब भारत को विकास का फल मिलना चाहिए था, तब उसे केवल गरीबी मिली, जिसका मुख्य कारण पिछली सरकारों के दौरान भ्रष्टाचार था।
मंत्री ने दावा किया, ‘‘एक दिवंगत प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया था कि सरकार द्वारा आवंटित एक रुपये में से केवल 15 पैसे ही लाभार्थी तक पहुंचे। इससे साबित होता है कि 85 पैसे का भ्रष्टाचार हुआ।’’
राजपूत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की और कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने कई पहलों के साथ राज्य को देश के लिए एक मॉडल बनाया।
भाषा अमित नेत्रपाल
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