यरूशलम, 28 फरवरी (एपी) चरमपंथी समूह हमास और इजराइल के बीच हुए संघर्ष विराम के पहले चरण में सौंपे गए शवों में से एक का शुक्रवार को शोक संतप्त लोगों ने अंतिम संस्कार किया।
इस बीच, वार्ताकार समझौते के दूसरे चरण पर चर्चा कर रहे हैं, जिससे गाजा में युद्ध समाप्त हो सकता है और शेष जीवित बंधकों की वापसी हो सकती है।
फुटबॉल के शौकीन साची इदान, हमास चरमपंथियों द्वारा अगवा किये जाने के समय 49 वर्ष के थे। उनका जनाजा, तेल अवीव के एक फुटबॉल स्टेडियम से निकाला गया और कब्रिस्तान पहुंचा।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा है कि इदान, जिन्हें 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के दौरान किबुत्ज़ नाहल ओज़ से बंधक बना लिया था, की कैद में ही मौत हो गई।
उनका शव हाल में हमास द्वारा सौंपे गए चार शवों में से एक था, जिन्हें 600 से अधिक फलस्तीनी कैदियों के बदले लौटाया गया था।
इदान की बहन नोआम इदान बेन एज्रा ने शुक्रवार को इजराइली रेडियो पर दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मेरा भाई असली हीरो है। उसने डटकर मुकाबला किया।’’
हमास ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि वह ‘‘समझौते की सभी शर्तों को लागू करने के लिए अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।’’
इसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजराइल पर ‘‘बिना किसी देरी या टालमटोल के तुरंत दूसरे चरण में आगे बढ़ने’’ के लिए दबाव डालने का आह्वान किया।
मिस्र की सरकारी सूचना सेवा ने बृहस्पतिवार को बताया कि इजराइल, कतर और अमेरिका के अधिकारियों ने संघर्ष विराम के दूसरे चरण पर काहिरा में ‘‘गहन चर्चा’’ शुरू कर दी है।
नेतन्याहू के कार्यालय ने पुष्टि की है कि उन्होंने काहिरा में एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है।
बयान में कहा गया, ‘‘मध्यस्थ गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाने के तरीकों पर भी चर्चा कर रहे हैं, जो वहां की जनता की पीड़ा को कम करने और क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा है।’’
संघर्ष विराम के पहले चरण में लगभग 2,000 फलस्तीनी कैदियों के बदले में 33 बंधकों को मुक्त किया गया। इनमें आठ शव भी शामिल थे।
एपी सुभाष अविनाश
अविनाश