खैबर पख्तूनख्वा में मदरसे में बम हमले में प्रमुख मौलाना सहित छह लोगों की मौत

Ankit
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पेशावर, 28 फरवरी (भाषा) रमजान के महीने से पहले उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत स्थित एक मदरसे में जुमे की नमाज के दौरान आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए विस्फोट में प्रमुख मौलाना सहित छह नमाजियों की मौत हो गई जबकि 18 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।


मुख्य सचिव शहाब अली शाह ने पुष्टि की है कि विस्फोट में जमीयत उलेमा इस्लाम (जेयूआई) के प्रमुख एवं नौशेरा जिले के अकोरा खट्टक शहर स्थित मदरसा-ए-हक्कानिया के कार्यवाहक हमीदुल हक हक्कानी की मौत हो गई।

हमीदुल हक का जन्म 1968 में हुआ था और उनके पिता मौलाना समी उल हक की मौत हो जाने के बाद उन्हें जेयूआई (सामी समूह) का प्रमुख बनाया गया था।

खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) जुल्फिकार हमीद ने बताया कि पुलिस को संदेह है कि इस हमले को आत्मघाती बम हमलावर के जरिए अंजाम दिया गया और हमीदुल हक ही निशाने पर थे।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने हमीदुल हक को छह सुरक्षा गार्ड मुहैया कराए थे।’’

आईजीपी ने बताया कि अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

हमीदुल हक के जनाजे की नमाज शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे अकोरा खट्टक में अदा की जाएगी।

नौशेरा के जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) अब्दुर रशीद ने बताया कि मदरसे में जुमे की नमाज अदा करने के दौरान यह विस्फोट हुआ।

दारुल उलूम हक्कानिया मदरसा सुन्नी इस्लाम के हनफी देवबंदी विचार का प्रचार करता है और मौलाना अब्दुल हक ने भारत के दारुल उलूम देवबंद मदरसे की तर्ज पर ही उक्त मदरसे की स्थापना की थी।

इस मदरसे की शिक्षण पद्धति की विषय-वस्तु के कारण इसे ‘‘जिहाद का विश्वविद्यालय’’ कहा जाता है। तालिबान के पूर्व प्रमुख अख्तर मंसूर सहित आतंकी संगठन के कई प्रमुख सदस्यों ने इस मदरसे में पढ़ाई की है।

बचाव दल ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को बाहर निकाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। नौशेरा और पेशावर दोनों अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गयी है।

नौशेरा के डीसी इरफानुल्लाह महसूद के अनुसार, हमीदुल हक को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, साथ ही उनके बेटे अब्दुल हक थानी सहित चार अन्य घायल हो गए।

वहां हमीदुल हक की मौत हो गई, जबकि उसके बेटे को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।

अधिकारियों के अनुसार, हमले में 18 लोग घायल हुए हैं और मारे गए लोगों में से दो की पहचान नहीं हो सकी है।

जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के नेताओं ने लोगों से घायलों के लिए रक्तदान करने की अपील की है।

आतंकवाद निरोधी विभाग (सीटीडी) ने मामला दर्ज कर लिया है।

खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन खान गंडापुर ने इस घटना की निंदा की और संबंधित अधिकारियों को एक व्यापक रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।

गंडापुर ने मदरसे पर किए गये इस हमले को निर्दोष लोगों की हत्या करने का अमानवीय कृत्य करार दिया। उन्होंने कहा कि इस क्रूरता की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।

पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने जुमे की नमाज के दौरान हुए हमले को खुला आतंकवाद करार दिया और कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई जीतेगा। नवाज ने जोर देते हुए कहा कि इस मुद्दे पर पूरा देश एकजुट है।

खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर फैसल करीम कुंदी ने इस हमले के संबंध में तत्काल उच्च अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।

भाषा यासिर नेत्रपाल शोभना

शोभना



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