कोच तैन किम के साथ जुड़ने के बाद रक्षात्मक खेल को मजबूत करने पर काम कर रहे हैं सात्विक और चिराग

Ankit
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…. अमित कुमार दास …


नयी दिल्ली, 13 जनवरी (भाषा) भारतीय बैडमिंटन के युगल विशेषज्ञ चिराग शेट्टी ने सोमवार को कहा कि जाने-माने कोच तैन किम हर के साथ दोबारा जुड़ने के बाद से अधिक खिताब जीतने के लिए उनका ध्यान अपने रक्षात्मक खेल को मजबूत करने पर है। चिराग और पुरुष युगल के उनके साथी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी का लक्ष्य अधिक स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा करने के साथ विश्व टूर फाइनल्स सहित प्रमुख खिताब जीतना है। सात्विक और चिराग की जोड़ी बनाने का श्रेय तैन को ही जाता है जो 2015 से 2019 तक भारतीय बैडमिंटन के कोचिंग टीम का अहम हिस्सा थे। मलेशिया के इस युगल विशेषज्ञ ने पिछले महीने इस भारतीय जोड़ी के साथ अपनी दूसरी पारी शुरू की। चिराग ने कहा कि जब वे युवा खिलाड़ी थे तो तैन ने उनका मार्गदर्शन किया था लेकिन अब वे कोच से ज्यादा बातचीत करना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ तैन का पांच-छह साल के अंतराल पर फिर से हमारा कोच बनना अच्छी बात है। हमारी उपलब्धियों का श्रेय उन्हें जाता है। उन्होंने जब हमारे साथ जोड़ी बनाई थी तब हम तब युवा खिलाड़ी थे। अब काफी कुछ बदल गया है और अब चीजें हम सभी के संवाद से तय होती हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम अब स्थापित खिलाड़ी की तरह हैं, इसलिए हम चर्चा करते हैं कि हमें क्या करने की ज़रूरत है। एक कोच के तौर पर वह अपनी राय साझा करते हैं।’’ तैन की वापसी के बाद चिराग रक्षात्मक और नेट के इस्तेमाल में सुधार करने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह छोटे बदलाव हैं लेकिन वास्तव में काफी मायने रखते हैं। हर कोई जानता है कि ‘स्मैश’ कैसे लगाना है, लेकिन खेल में छोटी-छोटी बारीकियों और रणनीति पर ध्यान देने की जरूरत है। मुझे लगता है कि हम तैन के साथ इस पर काम करेंगे, विशेष रूप से अपने रक्षात्मक खेल में सुधार करेंगे। हमारा रक्षात्मक खेल अच्छा है लेकिन अभी तक दुनिया में सर्वश्रेष्ठ नहीं है।’’ चिराग और सात्विक पिछले दो वर्षों में भारत के सबसे सफल बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं। यह जोड़ी 2024 में चार टूर्नामेंटों के फाइनल में पहुंची और दो खिताब जीतने में सफल रही। भारतीय जोड़ी पिछले दो टूर्नामेंटों ( 2024 चाइना मास्टर्स और इस साल मलेशिया सुपर 1000 ) के सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन चिराग इससे संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हमने लंबे अंतराल के बाद वापसी की और पिछले दो टूर्नामेंटों में सेमीफाइनल तक पहुंचना भी अप्रत्याशित था। मलेशिया में भी हमने कुछ अच्छी जीत हासिल की लेकिन सेमीफाइनल में हार गए। आप हर टूर्नामेंट में जीतने के लिए जाते हैं और मैं यह नहीं कहूंगा कि हम सिर्फ सेमीफाइनल में पहुंचने से संतुष्ट हैं।’’ पिछले सत्र में पेरिस ओलंपिक के कारण चोट से बचने के लिह भारतीय जोड़ी ने कम टूर्नामेंटों में भाग लिया था लेकिन चिराग इस सत्र में अधिक टूर्नामेंटों में खेल कर ‘विश्व टूर फाइनल्स’ में अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं। चिराग ने कहा, ‘‘हमने पिछले साल बहुत कम टूर्नामेंट खेले, 10 से भी कम। हमें उम्मीद है कि इस बार हम अधिक प्रतिस्पर्धा करेंगे और बड़ी खिताबी जीत हासिल करने के लिए जितना संभव हो सके उतने टूर्नामेंट में उतरेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस साल निश्चित रूप से ‘विश्व टूर फाइनल्स’ हमारे लक्ष्यों में से एक है। विश्व चैंपियनशिप, ऑल इंग्लैंड और अन्य प्रमुख टूर्नामेंट भी हैं और हम उनमें जितना संभव हो उतना आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे।’’ भाषा आनन्द पंतपंत



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