किसान नेता डल्लेवाल ने 130 दिन के बाद अपना अनशन समाप्त किया

Ankit
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(तस्वीरों के साथ)


चंडीगढ़, छह अप्रैल (भाषा) पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने रविवार को अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया।

डल्लेवाल ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी सहित आंदोलनकारी किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर पिछले साल 26 नवंबर को अनशन शुरू किया था।

यह घोषणा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू द्वारा उनसे आमरण अनशन समाप्त करने की अपील के एक दिन बाद की गई।

केंद्रीय मंत्री बिट्टू और पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने डल्लेवाल के फैसले का स्वागत किया।

डल्लेवाल ने पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के सरहिंद में आयोजित ‘किसान महापंचायत’ में घोषणा की कि वह अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त कर रहे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी और अन्य मांगों के लिए उनकी लड़ाई जारी है।

डल्लेवाल ने स्ट्रेचर पर बैठकर वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आप सभी ने मुझसे आमरण अनशन समाप्त करने को कहा है। मेरे लिए संगत ही रब का रूप है। मेरी इच्छा के अनुरूप आंदोलन को जारी रखने के लिए मैं आप सभी का आभारी हूं। मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ यह ‘मोर्चा’ (आंदोलन) जारी है। आज भी मैं अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त नहीं करना चाहता, लेकिन आपने मुझसे बार-बार (अनशन समाप्त करने के लिए) कहा है और मैं इसका सम्मान करता हूं।’’

डल्लेवाल ने उपस्थित लोगों से कहा, ‘‘लेकिन मैं आपसे पूछना चाहता हूं और आश्वासन चाहता हूं कि हमें एक मजबूत मोर्चा बनाना होगा। लड़ाई जारी है। एमएसपी (गारंटी) लेनी होगी और एक बड़ा मोर्चा बनाना होगा। क्या आप एक बड़ा मोर्चा बनाने पर सहमत हैं?’’

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार सतर्क है और उसे पता है कि किसान लड़ सकते हैं। जिस तरह से आपने ‘मोर्चे’ का ख्याल रखा, सरकार ने उसे देखा है।’’

डल्लेवाल ने उपस्थित किसानों से हाथ उठाकर आंदोलन के प्रति समर्थन प्रदर्शित करने को कहा। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, ‘‘प्रिय मित्रों, आपका आदेश ईश्वर के निर्देश के समान है।’’

डल्लेवाल ने हाथ जोड़कर कहा, ‘‘यह मेरी इच्छा नहीं है, लेकिन भारी मन से मैं आपका आदेश स्वीकार करता हूं।’’ इस दौरान अनाज मंडी ‘किसान मजदूर एकता जिंदाबाद’ और ‘सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल जिंदाबाद’ के नारों से गूंज उठी।

डल्लेवाल ने बाद में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसान नेता चार मई को केंद्र के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम बैठक में नहीं जाते हैं, तो सरकार के पास यह बहाना होगा कि किसान अपनी मांगें रखने नहीं आए।’’

डल्लेवाल ने केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पिछली बैठकों का जिक्र करते हुए दावा किया कि सरकार के पास उनकी मांगों के समर्थन में दिए गए तर्कों का कोई जवाब नहीं है।

पंजाब के वित्त मंत्री चीमा ने डल्लेवाल द्वारा अनशन समाप्त करने की घोषणा का स्वागत किया और कहा कि किसान नेता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं।

डल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के संयुक्त मंच के वरिष्ठ नेता हैं। वह अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में शंभू और खनौरी सीमा पर आंदोलन कर रहे दोनों संगठनों का नेतृत्व कर रहे थे।

उन्होंने किसानों की मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पिछले साल 26 नवंबर को आमरण अनशन शुरू किया था।

जनवरी में केंद्र द्वारा किसान नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद, डल्लेवाल ने खनौरी स्थित विरोध-प्रदर्शन स्थल पर चिकित्सा सहायता लेने पर सहमति जताई थी, लेकिन अपना अनशन समाप्त नहीं किया था।

भाषा धीरज नरेश

नरेश



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