कार्बन उत्सर्जन में कटौती की नीति के तहत भारत में इलेक्ट्रिक वाहन लाना चाहती है टोयोटा |

Ankit
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नयी दिल्ली, 19 जनवरी (भाषा) जापान की वाहन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टोयोटा भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उतारने की तैयारी में है।


कंपनी की भारतीय इकाई के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि यह कार्बन उत्सर्जन में कटौती के उसके बहु-प्रौद्योगिकी रुख के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि सिर्फ बिजलीचालित वाहनों से ही कार्बन उत्सर्जन में कमी लाई जा सकती है।

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और लेक्सस इंडिया के उप-प्रबंध निदेशक (बिक्री-सेवा-पुरानी कार) तदाशी असाजुमा ने कहा कि कंपनी का मानना ​​है कि मौजूदा परिस्थितियों में भारत में इलेक्ट्रिक, फ्लेक्स ईंधन, इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स ईंधन और प्लग-इन हाइब्रिड सहित अन्य प्रौद्योगिकियों के साथ मजबूत हाइब्रिड सबसे व्यावहारिक समाधान है।

असाजुमा ने कहा कि भारत अपने-आप में सबसे महत्वपूर्ण बाजारों में से एक है। इसलिए प्रौद्योगिकियों के संदर्भ में, हम इस बारे में सोच रहे हैं कि भारतीय वाहन बाजार में कैसे योगदान दिया जाए, भारत के लिए सबसे उपयुक्त क्या होगा।’’

उन्होंने वाहन प्रदर्शनी ‘भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025’ में पीटीआई-भाषा से अलग से बातचीत में कहा, ‘‘हालांकि, फिलहाल हमें लगता है कि मजबूत हाइब्रिड एक तरह का व्यावहारिक जवाब है, जिससे शुरुआत की जा सकती है।’’

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कार्यकारी उपाध्यक्ष और भारत में प्रमुख विक्रम गुलाटी ने कहा कि कंपनी के पास बैटरी इलेक्ट्रिक से लेकर हाइड्रोजन, प्लग-इन हाइब्रिड और फ्लेक्स ईंधन तक का विकल्प है। हमारा दृष्टिकोण यह है कि हमें लगता है कि हमें कार्बन (उत्सर्जन) और ऊर्जा की समस्या से बहुत तेजी से निपटना होगा।’’

गुलाटी ने कहा, ‘‘इसके लिए इलेक्ट्रिक, फ्लेक्स ईंधन, फ्लेक्स ईंधन-इलेक्ट्रिफाइड, हाइब्रिड, प्लग-इन हाइब्रिड समेत हर चीज की जरूरत है, क्योंकि सभी उपभोक्ताओं की जरूरतें एक जैसी नहीं होती हैं।’’

भारत में पूर्ण-इलेक्ट्रिक वाहन के लिए टोयोटा की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘बेशक, हम इसपर विचार कर रहे हैं। हालांकि, जैसा कि हमने बार-बार कहा है कि समाधान के रूप में (ईवी) एकमात्र विकल्प नहीं है। हमारे पास कई जवाब हैं।’’

उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में वैश्विक बाजार में ईवी बाजार में सुस्ती देखने को मिली है। हो सकता है कि भारत में भी ऐसा हो, या नहीं भी हो। कंपनी सबसे पहले ग्राहकों की प्राथमिकताओं को देखना चाहेगी।

यह पूछे जाने पर कि क्या टोयोटा भारत में अपना इलेक्ट्रिक वाहन लाने जा रही है, गुलाटी ने कहा कि अपनी कॉरपोरेट नीति के तहत हम इसपर कुछ नहीं कहेंगे।

उन्होंने कहा कि जहां तक ईवी प्रौद्योगिकी की उपलब्धता की बात है, यह टोयोटा के लिए कोई चुनौती नहीं है। टोयोटा के पास यह 1996 से है।

भाषा अजय अजय अनुराग

अनुराग



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