कामरा ने अपने मजाक पर माफी मांगने से किया इनकार, मुंबई पुलिस ने किया तलब

Ankit
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मुंबई/नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए कथित रूप से आपत्तिजनक शब्द के इस्तेमाल को लेकर अपने रुख पर अड़िग हास्य कलाकार कुणाल कामरा ने माफी मांगने से इनकार कर दिया।


वहीं शिंदे ने कामरा को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की मर्यादा व सीमा बनाए रखने की हिदायत दी और जोर देकर कहा कि वह तोड़फोड़ का समर्थन नहीं करते।

कामरा ने मुंबई में कार्यक्रम के दौरान विवादास्पद टिप्पणी से मचे घमासान के बाद सोमवार देर रात को एक पोस्ट में कहा, “मैं माफी नहीं मांगूंगा… मैं इस भीड़ से नहीं डरता और मैं अपने बिस्तर के नीचे छिपकर इसके शांत होने का इंतजार नहीं करूंगा।”

वहीं शिंदे ने कामरा द्वारा उनके बारे में की गई टिप्पणी की तुलना ‘सुपारी लेकर किसी के खिलाफ बोलने’ से करते हुए कहा कि कटाक्ष करते समय मर्यादा बनाए रखनी चाहिए, अन्यथा क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।

मुंबई पुलिस ने कामरा को नोटिस जारी किया है।

अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि 36 वर्षीय कामरा को मानहानि के एक मामले में मुंबई में खार थाने में पेश होने को कहा गया है।

कामरा अक्सर सत्ता-विरोधी विचारों के कारण विवादों में रहे हैं।

कामरा ने शिवसैनिकों द्वारा स्टूडियो में तोड़फोड़ करने का एक संपादित वीडियो पोस्ट कर अपने रुख को और मजबूत किया।

इस वीडियो में स्टूडियो के अंदर शिवसेना के कार्यकर्ताओं को तस्वीरों जलाते हुए देखा जा सकता है। साथ ही वीडियो में कुणाल ‘हम होंगे कंगाल, हम होंगे कंगाल एक दिन… मन में अंधविश्वास, देश का सत्यानाश गाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

कामरा ने अपने ‘एक्स’ हेडर फोटो पर एक डिस्क्लेमर लगाया है, जिसमें लिखा है ‘इस कार्यक्रम में अभद्र भाषा, आपत्तिजनक सामग्री है और यह उन लोगों के लिए अनुपयुक्त है जिनकी भावनाएं आहत हो सकती हैं। अगर आप इसे स्वेच्छा से देख रहे हैं और इस कारण होने वाले किसी भी आक्रोश या चोट के लिए कोई और नहीं बल्कि आप ही जिम्मेदार हैं’।

कामरा के ‘इंस्टाग्राम बायो’ से प्रतीत होता है कि वह पुडुचेरी में हैं।

शिंदे ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीबीसी मराठी को बताया, ‘‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। हम व्यंग्य को समझते हैं लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए। यह सुपारी लेकर किसी के खिलाफ बोलने जैसा है।’’

शिंदे ने शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा स्टूडियो में तोड़फोड़ किए जाने पर कहा, ‘‘अन्यथा क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।’’

उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं इस पर ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगा। मैं तोड़फोड़ किए जाने को उचित नहीं ठहराता।’’

शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने रविवार रात को खार स्थित हैबिटेट कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ की थी और साथ ही उस होटल को भी नुकसान पहुंचाया, जहां ये स्टूडियो था। पुलिस ने सोमवार को शिवसेना के पदाधिकारी राहुल कनाल और 11 अन्य कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया था लेकिन मुंबई की एक अदालत ने उन्हें उसी दिन जमानत दे दी।

कामरा ने सोमवार रात को एक बयान जारी कर कहा, “मैंने जो कहा, वह बिलकुल वैसा ही है जैसा कि अजित पवार (उपमुख्यमंत्री) ने एकनाथ शिंदे (उपमुख्यमंत्री) के बारे में कहा था। मैं भीड़ से नहीं डरता।”

उन्होंने कहा, ‘‘किसी शक्तिशाली सार्वजनिक व्यक्ति पर किया गया मजाक सहने में आपकी असमर्थता मेरे अधिकार की प्रकृति को नहीं बदलती। जहां तक मुझे पता है, हमारे नेताओं और हमारी राजनीतिक व्यवस्था के सर्कस का मजाक उड़ाना कानून के विरुद्ध नहीं है। हालांकि, मैं अपने खिलाफ किसी भी वैध कार्रवाई के लिए पुलिस और अदालतों के साथ सहयोग करने को तैयार हूं।’’

इस मुद्दे पर हर तरफ से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जहां कई लोग कामरा का बचाव कर रहे हैं तो वहीं अन्य लोग कामरा की इस बात के लिए आलोचना कर रहे हैं कि उन्होंने बातों को बहुत आगे बढ़ा दिया है।

विपक्षी शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) पार्टी की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि शिंदे के ‘गुंडों’ ने कामरा को सही साबित कर दिया है।

चतुर्वेदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “कुणाल ने किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने बस इतना कहा कि एक दाढ़ी वाला आदमी गुवाहाटी गया था और फडणवीस की कठपुतली था। शिंदे के गुंडों को क्या लगा कि यह उनके शीर्ष नेता के बारे में था, जो वहां तोड़फोड़ करने चले गए?।”

फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने भी कामरा का बचाव करते हुए कहा कि असहमति और उकसावा चाहे कितनी भी गंभीर क्यों न हो हिंसा, धमकी और अपमान उचित नहीं है।

दिग्गज निर्देशक ने लगभग 25 वर्ष पहले शिवसेना के साथ अपने अनुभव को याद करते हुए एक सिलसिलेवार पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने तत्कालीन अविभाजित राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं द्वारा उनके कार्यालय में तोड़फोड़ की बात कही।

शिवसेना (उबाठा) सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि कामरा किसी के सामने झुकेंगे नहीं।

राउत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं कामरा को जानता हूं। उनका और मेरा डीएनए एक जैसा है। वह एक योद्धा हैं। वह माफी नहीं मांगेंगे। अगर आपको उनके खिलाफ कार्रवाई करनी है, तो आपको कानूनी कदम उठाने होंगे।’’

महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री और शिवसेना नेता योगेश कदम ने कहा, “कामरा और राउत का डीएनए एक हो सकता है। वह (कामरा) पागल है और यह व्यक्ति (राउत) भी पागल है।”

यह मुद्दा लोकसभा में भी गूंजा, जहां शिवसेना सांसद धैर्यशील माने ने मंगलवार को लोकसभा में समाज में नफरत फैलाने वाले और तनाव बढ़ाने वाले ऐसे कॉमेडी मंचों पर पाबंदी लगाई जाने की मांग की।

माने ने कहा कि कुछ लोग इन स्टैंडअप कॉमेडियन के जरिए अपना राजनीतिक एजेंडा चला रहे हैं।

अभिनेत्री एवं सांसद कंगना रनौत ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के राजनीतिक करियर पर हास्य कलाकार कुणाल कामरा की टिप्पणी से जुड़े विवाद को लेकर मंगलवार को कहा कि कॉमेडी के नाम पर किसी को भी अपमानित करना गलत है।

उन्होंने कहा, ‘‘आप कोई भी हो सकते हैं, लेकिन किसी का अपमान करना (अच्छा नहीं है)। आप कॉमेडी के नाम पर किसी का अपमान कर रहे हैं, उन्होंने (शिंदे ने) जो कुछ किया है उसका (आप) निरादर कर रहे हैं। शिंदे जी कुछ समय पहले तक ऑटोरिक्शा चलाते थे।’’

रनौत ने कहा, ‘‘वह अपने दम पर आज यहां तक ​​पहुंचे हैं। उनकी (कामरा की) साख क्या है? …अगर वे लिख सकते हैं, तो मैं कहूंगी कि साहित्य लिखें या फिल्मों के लिए हास्य संवाद लिखें। कॉमेडी के नाम पर गाली देना, कॉमेडी के नाम पर हमारे धर्मग्रंथों का मजाक उड़ाना, लोगों, माताओं और बहनों का मजाक उड़ाना (सही नहीं है)।’’

भाजपा के वरिष्ठ नेता और अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कामरा पर निशाना साधा।

नकवी ने कहा कि कुछ लोग ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ को ‘स्वतंत्र अराजकता का अधिकार’ मानते हैं।

भाषा जितेंद्र रंजन

रंजन



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