बेंगलुरु, चार अगस्त (भाषा) कांग्रेस ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का पुरजोर समर्थन करते हुए रविवार को कहा कि वह लोगों को सच्चाई बताएगी और राज्य सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेगी।
सिद्धरमैया मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) और राज्य संचालित वाल्मीकि निगम घोटालों में विपक्ष के निशाने पर हैं।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने मंत्रियों के साथ एक बैठक की। कर्नाटक के लिए पार्टी प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार भी बैठक में शामिल हुए। शिवकुमार कांग्रेस की कर्नाटक के प्रदेश प्रमुख भी हैं।
यह बैठक राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को एक कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद आयोजित की गई।
वेणुगोपाल ने कहा, ‘सिद्धरमैया की ईमानदारी को हर कोई जानता है। वह यहां कोई नये मुख्यमंत्री नहीं हैं। हर कोई उनके करियर को जानता है, उन्होंने कहां से शुरुआत की, अब वह कहां हैं, साथ ही उनकी विचारधारा और उनकी पृष्ठभूमि भी।’
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) को पता है कि गरीब लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए कांग्रेस सरकार की गारंटी योजनाएं उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाएंगी और इसलिए वे सरकार और मुख्यमंत्री को निशाना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘इसलिए उन्होंने साजिश रची और सिद्धरमैया और कांग्रेस सरकार के खिलाफ कुछ आरोप लगाये और इस तरह सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। दुर्भाग्य से राज्य के राज्यपाल भाजपा की साजिश का हथियार बन गए हैं … वे यह धारणा बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि सरकार अस्थिर हो जाएगी।’
भाजपा और जद (एस) विकास परियोजनाओं के लिए जमीन खोने वालों को एमयूडीए द्वारा कथित धोखाधड़ी से भूखंड आवंटित करने के खिलाफ शनिवार से एक सप्ताह तक की जाने वाली ‘मैसूर चलो’ पदयात्रा पर हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। जिन व्यक्तियों को भूखंड आवंटिक किये गए हैं उनमें सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती भी शामिल हैं।
अधिवक्ता-कार्यकर्ता टी जे अब्राहम द्वारा दायर एक याचिका के आधार पर, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने 26 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें मुख्यमंत्री को सात दिनों के भीतर आरोपों पर अपना जवाब देने का निर्देश दिया गया था।
कर्नाटक सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यपाल को अपना कारण बताओ नोटिस वापस लेने की ‘सलाह’ दी और राज्यपाल पर ‘संवैधानिक पद का घोर दुरुपयोग’ करने का आरोप लगाया।
बृहस्पतिवार को अपनी बैठक के बाद मंत्रिपरिषद ने कहा था कि राजनीतिक कारणों से कर्नाटक में विधिपूर्वक निर्वाचित बहुमत वाली सरकार को अस्थिर करने का एक संगठित प्रयास किया जा रहा है।
वेणुगोपाल ने कहा कि मंत्रियों को जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में जाने और लोगों को यह समझाने के लिए कहा गया है कि भाजपा किस तरह से राज्य की सरकार को अस्थिर करने और इस तरह गारंटी योजनाओं को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘हम राज्य के गरीब लोगों को लेकर बहुत चिंतित हैं, हम गारंटी योजनाएं जारी रखेंगे। हमें सरकार द्वारा गारंटी के क्रियान्वयन पर वास्तव में गर्व है। हमने आज इस पर चर्चा की और निर्णय लिया।’
विपक्षी दल वाल्मीकि निगम घोटाले को लेकर सिद्धरमैया के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। यह घोटाला तब प्रकाश में आया जब निगम के अकाउंट अधीक्षक चंद्रशेखर पी ने 26 मई को आत्महत्या कर ली। उन्होंने निगम के बैंक खाते से 187 करोड़ रुपये के अंतरण का विवरण देते हुए एक नोट छोड़ा, जिसमें से 88.62 करोड़ रुपये अवैध रूप से ‘प्रसिद्ध’ आईटी कंपनियों और हैदराबाद स्थित एक सहकारी बैंक के खातों में भेजे गए।
वेणुगोपाल ने कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की साजिश द्वारा ‘गिराया’ गया था।
उन्होंने कहा, ‘उसी तरह, वे स्पष्ट मकसद से वर्तमान कर्नाटक सरकार को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।’
उन्होंने दावा किया कि विपक्ष अपने लोगों को बचाने के लिए ऐसा कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब जद (एस) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के मामले सामने आए, तो उस समय ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ साजिश रची गई थी। उन्होंने कहा, ‘भाजपा और जद (एस) दोनों के नेता अपने नेताओं के बच्चों को बचाना चाहते हैं, इसलिए वे हमारी चुनी हुई सरकार को निशाना बना रहे हैं।’
भ्रष्टाचार के बारे में भाजपा की बात करने को ‘सबसे बड़ा मज़ाक’ बताते हुए केरल के सांसद ने सवाल किया, ‘बी वाई विजयेंद्र (भाजपा प्रदेश अध्यक्ष) के खिलाफ कितने मामले हैं? प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कितने मामले हैं? अब वे उन्हें देश के सबसे सभ्य लोगों के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं और मुख्यमंत्री पर हमला कर रहे हैं, जिन्होंने राज्य के आम लोगों के बीच रहकर अपना करियर बनाया है।’
उन्होंने कहा, ‘हम उनके (विपक्ष के) इरादे जानते हैं। वे एक ऐसे व्यक्ति को खत्म करना चाहते हैं जो कर्नाटक के गरीब लोगों के लिए खड़ा है… हर दिन यह धारणा बना रहे हैं कि सिद्धरमैया भ्रष्ट हैं, उनका इरादा साफ है, वे मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और हमारी गारंटी योजनाओं को निशाना बना रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि सरकार और कांग्रेस पार्टी लोगों के साथ खड़ी रहेगी।
एक सवाल के जवाब में वेणुगोपाल ने कहा कि आज की चर्चा मंत्रियों के प्रदर्शन के बारे में नहीं थी।
भाषा अमित सुभाष
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