कांगो में गत एक सप्ताह में ‘मंकीपॉक्स’ के एक हजार से अधिक नए मामले

Ankit
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केपटाउन, 21 अगस्त (एपी) अफ्रीकी देश कांगो में मंगलवार को समाप्त हुए सप्ताह में एक हजार से अधिक मंकीपॉक्स के नए मामले सामने आए हैं। वहीं, अफ्रीकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने महाद्वीप पर इसके ‘‘बढ़ते’’ खतरे से लड़ने में मदद के लिए अत्यंत आवश्यक टीकों की मांग की है।


विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही अफ्रीका में प्रकोप को वैश्विक आपातकाल घोषित कर चुका है।

मंकीपॉक्स वायरस के उसी परिवार से संबंधित है जिनसे चेचक होता है, लेकिन यह बुखार, ठंड लगना और शरीर में दर्द जैसे हल्के लक्षण पैदा करता है। यह अधिकतर यौन संबंध सहित त्वचा से त्वचा के नजदीकी संपर्क से फैलता है। ज्यादा गंभीर मामलों वाले लोगों के चेहरे, हाथ, छाती और जननांगों पर फोड़े हो सकते हैं।

अफ्रीका के 54 देशों में से 12 देशों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि कांगो में इस साल अब तक सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अफ्रीका रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (अफ्रीका सीडीसी)ने बताया कि 2024 में कुल 18,910 मामलों में से 94 प्रतिशत या 17,794 मामले अकेले कांगो में सामने आए हैं। केंद्र के मुताबिक इस साल इस बीमारी से 541 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 535 मौतें अकेले कांगो में हुई है।

ये आंकड़े संभवतः कम आंके गए हैं, क्योंकि कांगो में पांच में से केवल एक संदिग्ध मामले की ही ‘मंकीपॉक्स’ के लिए जांच की जा रही है। अफ्रीका सीडीसी के महानिदेशक डॉ. जीन कासेया ने कहा कि कई प्रभावित अफ्रीकी देशों में परीक्षण और निगरानी क्षमताएं सीमित हैं।

अफ्रीका सीडीसी द्वारा मंगलवार देर रात उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले सात दिनों में अफ्रीका में 1,405 नए मामलों में से 1,030 मामले कांगो में दर्ज किए गए।

अफ्रीका में ‘मंकीपॉक्स’ के बढ़ते मामलों तथा कांगो में अधिक आसानी से फैलने में सक्षम वायरस के एक नए प्रकार की पहचान के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले सप्ताह इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया।

डब्ल्यूएचओ ने पूर्व में कहा था कि ‘मंकीपॉक्स’ से निपटने के वास्ते दान जुटाने का उसका पिछला प्रयास विफल रहा।

अफ्रीका सीडीसी के महानिदेशक ने बताया कि उनके संगठन से यूरोपीय संघ और टीका निर्माता कंपनी बवेरियन नॉर्डिक से मंकीपॉक्स रोधी टीक की 215,000 खुराक मुहैया कराने का वादा किया है।

अमेरिका की सहायता एजेंसी ने कहा कि उसने कांगो को टीके की 50,000खुराक दान की है। जापान ने भी कांगो को टीके की कुछ खुराक दान की हैं। लेकिन अफ्रीका को संभवतः इससे कहीं अधिक की आवश्यकता है।

कांगो के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अकेले उनके देश को इस प्रकोप से निपटने के लिए टीके की 30 लाख खुराक की आवश्यकता है, जो कम से कम चार निकटवर्ती अफ्रीकी देशों में फैल गया है।

एपी धीरज पवनेश

पवनेश



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