ठाणे, 14 अप्रैल (भाषा) तलोजा जेल की उस कोठरी से प्राधिकारियों को एक डायरी मिली है जिसमें एक नाबालिग लड़की से बलात्कार और उसकी हत्या का आरोपी व्यक्ति बंद था। उक्त डायरी में आरोपी व्यक्ति ने कथित तौर पर लिखा था कि वह अवसादग्रस्त था और उसने अपनी आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।
विशाल गवली (35) पर पिछले साल दिसंबर में महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण शहर में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और उसकी हत्या का आरोप था।
पुलिस ने पहले बताया था कि आरोपी व्यक्ति रविवार सुबह पड़ोसी नवी मुंबई स्थित तलोजा केंद्रीय जेल के शौचालय में लटका हुआ मिला।
खारघर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि प्राधिकारियों को गवली की कोठरी में एक डायरी मिली है, जिसमें उसने कथित तौर पर लिखा है कि वह अवसाद में था, क्योंकि उसकी पत्नी (मामले में सह-आरोपी) उसकी ओर ध्यान नहीं दे रही थी और उस पर विश्वास नहीं कर रही थी।
अधिकारी ने बताया कि गवली ने डायरी में यह भी लिखा है कि वह अपने कृत्य (आत्महत्या) के लिए किसी को दोषी नहीं ठहरा रहा है।
पीड़िता के माता-पिता ने पहले गवली के लिए मौत की सजा की मांग की थी। बारह वर्षीय लड़की 24 दिसंबर को कोलसेवाडी इलाके से लापता हो गई थी और बाद में उसका शव ठाणे ग्रामीण पुलिस क्षेत्राधिकार के तहत पडघा के बापगांव गांव में मिला था।
कोलसेवाडी पुलिस ने बाद में गवली और उसकी पत्नी साक्षी को फिरौती के लिए अपहरण, बलात्कार, हत्या, सबूतों को गायब करने और भारतीय न्याय संहिता के तहत अन्य अपराधों और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया। पुलिस ने इस साल फरवरी में दंपति के खिलाफ 948 पन्नों का आरोपपत्र दायर किया।
पुलिस के अनुसार, विशाल गवली ने लड़की के साथ बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी, जबकि साक्षी ने शव को बापगांव में ठिकाने लगाने में मदद की।
गवली की रविवार को मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए पड़ोसी मुंबई के सरकारी जे जे अस्पताल भेज दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि विशाल गवली का अंतिम संस्कार रविवार देर रात कड़ी सुरक्षा के बीच और उसके परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में विट्ठल वाडी स्थित श्मशान घाट पर किया गया।
गवली के वकील संजय ढाकने ने रविवार को कहा कि उन्हें और मृतक के परिजनों को उसकी मौत में गड़बड़ी का संदेह है।
भाषा अमित मनीषा
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