जयपुर, नौ मार्च (भाषा) प्रसिद्ध निर्देशक रमेश सिप्पी ने रविवार को कहा कि फिल्म ‘शोले’ की रिलीज के 50 साल बाद भी इसका सिनेमाघरों तक दर्शकों को खींच लाना विभिन्न पीढ़ियों के बीच इस फिल्म के लिये प्यार को दर्शाता है।
सिप्पी जयपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार (आईफा) पुरस्कार से इतर राज मंदिर सिनेमा में फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग में शामिल हुए थे। ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शोले’ साल 1975 में रिलीज हुई थी और इस साल फिल्म के पांच दशक पूरे हो जाएंगे।
फिल्म ‘शोले’ में संजीव कुमार, अमजद खान, धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी और जया बच्चन ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं। सलीम-जावेद द्वारा लिखित यह फिल्म 15 अगस्त, 1975 को रिलीज हुई थी।
सिप्पी ने फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ फिल्म ‘शोले’ के प्रदर्शन के 50 साल बाद भी हम इसका जश्न मना रहे हैं और लोग अब भी इसे देखने आ रहे हैं। यह इस बात का सबूत है कि लोगों को यह फिल्म बहुत पसंद आई और इसमें जो कुछ भी था, उसे दर्शकों ने खूब पसंद किया। कहानी, संवाद, भावनाएं, एक्शन, रोमांच, अभिनय, सब कुछ…’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे निश्चित रूप से यह अहसास था कि हम कुछ बहुत अच्छा बना रहे हैं। लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि फिल्म को इतना प्यार, प्रशंसा और सफलता मिलेगी। लेकिन इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य निश्चित रूप से कुछ ऐसा बनाने की कोशिश करना था, जो पहले कभी नहीं बना था। मुझे नहीं पता था कि मैं कितना आगे जा पाऊंगा।’’
सिप्पी ने फिल्म ‘शोले’ के अपने विजन को साकार करने में मदद करने के वास्ते अपने कलाकारों और टीम को श्रेय दिया।
भाषा प्रीति दिलीप
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