नयी दिल्ली, 23 मार्च (भाषा) विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने रविवार को कहा कि संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां हुमायूं के मकबरे का ‘‘निरीक्षण’’ किया और इस कवायद का उद्देश्य दिल्ली के ‘‘ऐतिहासिक संदर्भ का अध्ययन करना है’’।
विहिप के प्रतिनिधिमंडल का दूसरे मुगल शासक हुमायूं के मकबरे का दौरा महाराष्ट्र में औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग को लेकर कुछ हिंदू संगठनों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में हुआ है। इन संगठनों का आरोप है कि 17वीं सदी के मुगल शासक ने हिंदुओं पर अत्याचार किए थे।
विहिप की दिल्ली इकाई ने एक बयान में कहा कि उसके पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही सफदरजंग मकबरे का ‘‘निरीक्षण’’ करने जाएगा।
यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल हुमायूं के मकबरे पर जाने वाले विहिप प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संगठन की दिल्ली इकाई के सचिव सुरेन्द्र गुप्ता ने किया।
बयान में कहा है, ‘‘सुरेन्द्र गुप्ता ने स्पष्ट किया कि इस निरीक्षण का कोई विवादास्पद मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।’’
इसमें कहा गया है कि स्थल का निरीक्षण दिल्ली प्रांत के ‘‘ऐतिहासिक संदर्भ का अध्ययन’’ करने के उद्देश्य से किया गया है।
बयान में गुप्ता के हवाले से कहा गया कि, ‘‘हम दिल्ली प्रांत के ऐतिहासिक संदर्भ का अध्ययन कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य विभिन्न कालखंडों के शासकों को आवंटित भूमि और उनके योगदान का विश्लेषण करना है।’’
गुप्ता ने कहा, ‘‘यह अध्ययन ऐतिहासिक तथ्यों को सामने लाने के लिए किया जा रहा है।’’
इसमें कहा गया है कि स्थलों का ‘‘निरीक्षण’’ करने के बाद विहिप प्रतिनिधिमंडल अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगा।
भाषा
देवेंद्र नरेश
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