(फाइल फोटो के साथ)
छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), सात अगस्त (भाषा) वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने अन्य पिछड़ा वर्ग समुदायों से आगामी महाराष्ट्र चुनाव से पहले सतर्क रहने की अपील करते हुए बुधवार को कहा कि राज्य के राजनीतिक दलों ने मंडल आयोग की रिपोर्ट (ओबीसी कोटा की सिफारिश) का समर्थन नहीं किया था।
प्रकाश आंबेडकर ने कहा, ‘‘अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय को सतर्क रहना होगा। उन्हें तय करना होगा कि उन्हें किसे वोट देना है, क्योंकि भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) ने मंडल आयोग की सिफारिशों पर कोई रुख नहीं अपनाया था। जो लोग कहते हैं कि धर्म खतरे में है, उन पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए लेकिन आरक्षण तो खतरे में है।’’
वीबीए प्रमुख ने ‘आरक्षण बचाओ यात्रा’ के तहत छत्रपति संभाजीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ओबीसी को उन लोगों के साथ जाना चाहिए जो कहते हैं कि वे उनका आरक्षण बचाएंगे क्योंकि “यहां राजनीतिक दलों ने मंडल आयोग की सिफारिशों का कभी समर्थन नहीं किया।”
प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि कार्यकर्ता मनोज जरांगे ओबीसी कोटे से मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं लेकिन राज्य में राजनीतिक दलों ने इस पर कोई रुख नहीं अपनाया, जिससे सामाजिक समूहों के बीच दरार पैदा हो गई ।
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और राज्य के अन्य हिस्सों में (मराठों और ओबीसी के बीच) दरार स्पष्ट नजर आती है।’’
जरांगे ने कहा है कि मराठा समुदाय के सदस्य राज्य के सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ेंगे। जरांगे के इस बयान पर आंबेडकर ने कहा, ‘‘अगर ऐसा होता है, तो 169 परिवारों (मराठा विधायकों का जिक्र करते हुए) का वर्चस्व खत्म हो जाएगा।’’
राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पवार ने कहा था कि (राज्य में) स्थिति मणिपुर जैसी हो सकती है लेकिन इस यात्रा ने इसे बदल दिया है। पुलिस ने हमसे यात्रा को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है और कहा है कि इससे माहौल शांतिपूर्ण हो गया है।’’
वीबीए प्रमुख ने 25 जुलाई को मुंबई की चैत्यभूमि से यात्रा शुरू की थी जिसका समापन बुधवार को छत्रपति संभाजीनगर में होना था। चैत्यभूमि प्रकाश आंबेडकर के दादा डॉ बी आर आंबेडकर का स्मारक है।
प्रकाश आंबेडकर ने कल दावा किया था कि ‘निजामी मराठा’ अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए निर्धारित आरक्षण को छीनने की कोशिश कर रहे हैं।
वह पूर्ववर्ती हैदराबाद रियासत पर निजाम के शासन के ऐतिहासिक संदर्भ की बात कर रहे थे। हैदराबाद रियासत में मराठवाड़ा क्षेत्र भी शामिल था।
आंबेडकर ने जालना में एक जनसभा में कहा कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ओबीसी को ऐसी साजिशों को विफल करना चाहिए।
महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें (मराठों को) एक अलग श्रेणी के तहत 10 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए फरवरी में एक कानून बनाया था।
कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल समेत ओबीसी नेताओं ने पिछड़े समुदायों के लिए मौजूदा आरक्षण में किसी भी तरह की कटौती करने संबंधी कदम का विरोध किया है।
वीबीए प्रमुख ने दावा किया कि सत्ता में और विपक्ष में बैठे दलों के मराठा नेता आगामी विधानसभा चुनाव के बाद ओबीसी आरक्षण प्रणाली को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने लोगों से ओबीसी आरक्षण को कमजोर करने की ‘साजिश’ को विफल करने के लिए ओबीसी और वीबीए से 100 सदस्यों को महाराष्ट्र विधानसभा में भेजने का आग्रह किया।
भाषा राजकुमार सिम्मी
सिम्मी