कोलकाता, 16 मार्च (भाषा) थोक चाय उत्पादक मैकलियोड रसेल इंडिया लिमिटेड (एमआरआईएल) के ऋणदाताओं के एक संघ ने अपना ऋण जोखिम 700 करोड़ रुपये में नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एनएआरसीएल) को हस्तांतरित कर दिया है, जो 36 प्रतिशत की कटौती है। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 1,104.69 करोड़ रुपये का ऋण 15:85 नकद-से-सुरक्षा रसीद (एसआर) संरचना के तहत बेचा गया है। इसमें 15 प्रतिशत राशि का भुगतान पहले ही किया जाएगा और शेष 85 प्रतिशत राशि का भुगतान अगले पांच वर्षों में एसआर के माध्यम से किया जाएगा।
लेन-देन में शामिल एक मर्चेंट बैंकर अधिकारी ने कहा कि 700 करोड़ रुपये के आधार मूल्य के ऋण हस्तांतरण के लिए स्विस चुनौती नीलामी में चाय क्षेत्र के बारे में बेहद खराब धारणाओं के कारण एनएआरसीएल की पेशकश के खिलाफ कोई प्रति बोली नहीं मिली।
यह 700 करोड़ रुपये का ऋण सौदा, कार्बन रिसोर्सेज द्वारा समर्थित 1,030 करोड़ रुपये के पूर्व में किए गए एकमुश्त निपटान (ओटीएस) से काफी कम माना जा रहा है, जो ऋणदाताओं के बीच आम सहमति की कमी के कारण समाप्त हो गया था।
मैकलियोड के अधिकारियों ने कहा कि यह एक सकारात्मक कदम है, जिससे कंपनी को एक दर्जन बैंकों के बजाय केवल तीन देनदारों – एनएआरसीएल, जेसी फ्लावर्स एआरसी और इंडसइंड बैंक से बातचीत करनी पड़ेगी।
कंपनी के एक अधिकारी ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हम संकट से बाहर नहीं हैं, लेकिन इससे कंपनी को स्थिति में सुधार करने और परिसंपत्तियों की संकटपूर्ण बिक्री से बचने में मदद मिलेगी।”
पिछले साल 30 जून तक मैकलियोड रसेल पर कुल 1,461.06 करोड़ रुपये बकाया थे, जिसमें एक अन्य निजी परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी और इंडसइंड बैंक को सौंपा गया ऋण भी शामिल है, जो इस लेनदेन का हिस्सा नहीं हैं।
खेतान परिवार द्वारा प्रवर्तित मैकलियोड रसेल, असम में 31 और पश्चिम बंगाल में दो चाय बागानों का संचालन करता है। पिछले वित्त वर्ष (2023-24) में बिक्री योग्य उत्पादन 3.92 करोड़ किलोग्राम था और इसके कर्मचारियों की संख्या 50,000 से अधिक है।
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