नयी दिल्ली, 10 फरवरी (भाषा) सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रणवीर इलाहाबादिया की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने केंद्र से विभिन्न ‘ओवर-द-टॉप’ (ओटीटी) मंचों और सोशल मीडिया ‘स्ट्रीमिंग साइट’ पर अश्लील ‘कंटेंट’ (सामग्री) के बढ़ते चलन से संबंधित गंभीर चिंताओं के समाधान के लिए तत्काल नियामकीय उपाय करने को कहा है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान में कहा गया कि एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को लिखे पत्र में उनसे सख्त दिशा-निर्देश जारी करके त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उनसे ओटीटी मंचों पर अनुचित या अश्लील सामग्री अपलोड करने या ‘स्ट्रीमिंग’ से रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया गया है।
माता-पिता और यौन संबंधों पर रणवीर इलाहाबादिया द्वारा की गईं आपत्तिजनक टिप्पणियों की व्यापक पैमाने पर आलोचना हुई है।
रणवीर ने हास्य कलाकार समय रैना के यूट्यूब रियलिटी कार्यक्रम ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ में एक प्रतियोगी से उसके माता-पिता और यौन संबंधों को लेकर सवाल करते हुए एक विवादास्पद टिप्पणी की, जिसके कारण कई लोगों ने उनके ‘पॉडकास्ट’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की है। यह कार्यक्रम अपनी तीखी और आपत्तिजनक विषय-वस्तु के कारण कुछ वर्गों के बीच लोकप्रिय है।
रणवीर इलाहाबादिया के ‘एक्स’ पर छह लाख से अधिक, इंस्टाग्राम पर 45 लाख से अधिक ‘फॉलोअर’ और यूट्यूब चैनल पर 1.05 करोड़ ‘सब्सक्राइबर’ हैं।
एनसीडब्ल्यू ने कहा कि ऐसी विषय वस्तु (कंटेंट) जो सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए आसानी से उपलब्ध है, ने समाज, विशेषकर महिलाओं और बच्चों पर इसके नकारात्मक प्रभाव के बारे में चिंता पैदा कर दी है।
एनसीडब्ल्यू ने मंत्रालय से सख्त दिशा-निर्देश जारी करके त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है, जिससे ओटीटी मंचों को अनुचित या अश्लील सामग्री को स्ट्रीम करने या उपयोगकर्ताओं को अपलोड करने की अनुमति देने से रोका जा सके।
भाषा आशीष सिम्मी
सिम्मी