नयी दिल्ली, 20 अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) ने कॉफी डे एंटरप्राइजेज के ऑडिट में गड़बड़ियों के लिए बीएसआर एंड एसोसिएट्स एलएलपी समेत तीन इकाइयों पर 10.75 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने के साथ उन्हें अलग-अलग अवधि के लिए प्रतिबंधित भी कर दिया है।
यह मामला कॉफी डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड (सीडीईएल) की सात अनुषंगी कंपनियों से 3,535 करोड़ रुपये मैसूर एमल्गमेटेड कॉफी एस्टेट लिमिटेड (एमएसीईएल) में भेजने से संबंधित है।
एमएसीईएल शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनी कॉफी डे एंटरप्राइजेज की अनुषंगी कंपनी है। ‘कैफे कॉफी डे’ ब्रांड की रेस्तरां शृंखला का संचालन सीडीईएल ही करती है।
कॉफी डे एंटरप्राइजेज का पैसा अनुषंगी को भेजे जाने के बारे में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने जांच रिपोर्ट एनएफआरए के साथ साझा की थी। इसके बाद एनएफआरए ने सीडीईएल के वैधानिक लेखा परीक्षकों (ऑडिटर) के पेशेवर आचरण की अपने स्तर पर भी जांच की।
इसके बाद वित्त वर्ष 2018-19 के लिए सीडीईएल की लेखा परीक्षा को लेकर बीएसआर एंड एसोसिएट्स एलएलपी (ऑडिट फर्म), अरविंद मइया (ऑडिट के लिए नामित) और अमित सोमानी (ऑडिट गुणवत्ता समीक्षक) को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
कंपनियों की लेखा परीक्षा का नियमन करने वाली संस्था एनएफआरए ने सोमवार को पारित अपने आदेश में बीएसआर एंड एसोसिएट्स पर 10 करोड़ रुपये, अरविंद मइया पर 50 लाख रुपये और अमित सोमानी पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
इसके अलावा मइया और सोमानी को किसी भी कंपनी के वित्तीय विवरणों या गतिविधियों के आंतरिक ऑडिट के संबंध में कोई भी ऑडिट करने से क्रमशः 10 और पांच वर्षों के लिए रोक दिया गया है।
एनएफआरए ने अपनी जांच में पाया कि एमएसीईएल को ऋण/ अग्रिमों के तौर पर दी गई 2,226 करोड़ रुपये की राशि के कारोबारी औचित्य की पुष्टि करने में लेखा परीक्षकों ने घोर लापरवाही बरती थी।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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