लखनऊ, 17 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद और बांग्लादेश में हुई हालिया घटनाओं पर वे चुप्पी साधे हुए हैं।
वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान 11 और 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद जिले के कुछ हिस्सों, मुख्य रूप से सुती, शमशेरगंज, धुलियान और जंगीपुर में सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग बेघर हो गए।
बांग्लादेश में, अगस्त 2024 में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के उपरांत मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के आने के बाद से हिंदुओं को निशाना बनाकर की जाने वाली हिंसा और वहां कट्टरपंथी इस्लामी ताकतों के उदय को लेकर भारत की चिंताओं के बीच भारत और पड़ोसी देश के बीच संबंधों में कड़वाहट देखी गई है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्षी नेताओं की ओर से कोई प्रतिक्रिया न आने से जनता के सामने उनका दोहरा चेहरा उजागर हो गया है।
बृहस्पतिवार को एक प्रमुख मीडिया समूह द्वारा ‘उत्तर प्रदेश: एक स्वर्णिम शताब्दी की ओर’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा और पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान भ्रष्टाचार, जातिवाद और माफिया राज जैसे गंभीर मुद्दों के लिए उन्हें (विपक्षी दलों को) जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग घोटाले में संलिप्त थे और जिन्होंने जनता के पैसे से लंदन में होटल बनवाए, से वही लोग हैं जिन्होंने राज्य को लूटा और लोगों को जाति के आधार पर बांटा।’’
उन्होंने टिप्पणी की, ‘‘भ्रष्टाचार, जातिवाद, माफिया सत्ता और वंशवाद की राजनीति पर अपना राजनीतिक साम्राज्य खड़ा करने वाले अब मुर्शिदाबाद जैसी घटनाओं पर चुप हैं।’’
योगी ने कहा, ‘‘उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश को दंगा और माफिया मुक्त बनाया है। पहले हर जिले में माफिया पूरी व्यवस्था को नियंत्रित करते थे, ठेके लेते थे, दंगे करवाते थे और महिलाओं तथा व्यापारियों को परेशान करते थे। लोग त्योहारों पर सशंकित रहते थे। अब त्योहार शांतिपूर्ण और भव्यता के साथ मनाए जाते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो हालात आज मुर्शिदाबाद के हैं वही कभी उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर, बरेली, अलीगढ़ और लखनऊ जैसे शहर के होते थे।’’
मुख्यमंत्री ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में ‘इंसेफलाइटिस’ जैसी घातक बीमारी के उन्मूलन को अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि 40 वर्षों में इस बीमारी से 50,000 बच्चों की मौत हुई, इनमें से ज्यादातर बच्चे अल्पसंख्यक समाज के होते थे, लेकिन किसी नेता के आंसू नहीं बहे।
उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष ने कभी इस बीमारी पर ध्यान नहीं दिया क्योंकि बच्चे वोट बैंक नहीं होते।’’
मुख्यमंत्री ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उदाहरण देते हुए बताया कि 2016 में बिना किसी तैयारी के इसका शिलान्यास कर दिया गया। तब 15,200 करोड़ रुपये की इस परियोजना में काफी अनियमितताएं थीं।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इसे रद्द कर दोबारा से परियोजना को तैयार किया और इसे केवल 11,800 करोड़ रुपये में पूरा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे जनता के पैसे की लूट रोकी… यह वही पैसा है, जिसे लूटकर इंग्लैंड में इनके होटल बनते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने विपक्ष की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने शिवाजी, महाराणा प्रताप और राणा सांगा जैसे राष्ट्रीय नायकों का अपमान किया है तथा औरंगजेब, बाबर और जिन्ना जैसे लोगों का महिमामंडन किया है जो भारत के विचार के खिलाफ थे।
उन्होंने विपक्षी नेताओं पर वोट बैंक की राजनीति के लिए समाज में दुष्प्रचार और नफरत फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘समृद्ध उत्तर प्रदेश और आत्मनिर्भर तथा विकसित भारत के निर्माण के लिए हमारे राष्ट्र नायकों का सम्मान जरूरी है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘पंच प्रण’ दृष्टिकोण का भी एक संकल्प है।’’
मुख्यमंत्री योगी ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब देश के कुछ सबसे अच्छे बुनियादी ढांचे हैं, जिनमें राजमार्ग, एक्सप्रेसवे, रेलवे और मेट्रो शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 2017 में 12.75 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर आज लगभग 30 लाख करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय 46,000 रुपये से दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.10 लाख रुपये से अधिक हो गई है और जल्द ही 1.25 लाख रुपये को पार करने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य को 15 लाख करोड़ रुपये का निवेश मिला है। ‘निवेश मित्र’ पोर्टल के माध्यम से अब एक ही मंच पर 500 से अधिक स्वीकृतियां प्रदान की जा रही हैं, जिससे कारोबार करने में आसानी और निवेशकों को समय पर प्रोत्साहन सुनिश्चित हो रहा है।
प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर आदित्यनाथ ने 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं की भागीदारी पर प्रकाश डाला, सफाई-व्यवस्था और पुलिस के व्यवहार की तारीफ की। उन्होंने उत्तर प्रदेश को भारत का आध्यात्मिक हृदय बताया जो पूरे देश को जोड़ता है।
कृषि के संबंध में उन्होंने कहा कि खाद्यान्न उत्पादन में उत्तर प्रदेश अग्रणी है, जहां 122 चीनी मिलें चालू हैं और पिछले आठ वर्षों में गन्ना किसानों को 2.80 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र के चार स्तंभों विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया को अपनी-अपनी सीमाओं का सम्मान करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में अधिकारों के साथ-साथ अपनी जिम्मेदारियों को समझना भी उतना ही जरूरी है। भारत का लोकतंत्र इसलिए मजबूत है क्योंकि इसका हर स्तंभ अपनी-अपनी लक्ष्मण रेखा का पालन करता है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि संवाद लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है।
योगी ने कहा, ‘‘संवाद लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है और यह कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान कर सकता है। इसलिए हमें हर हाल में संवाद का मार्ग अपनाना होगा।’’
भाषा जफर खारी
खारी