लखनऊ, 16 मार्च (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के आठ साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश उल्लेखनीय बदलाव का गवाह बना है और आज यह राज्य देश-दुनिया में अपनी मजबूत कानून-व्यवस्था के लिए जाना जाता है। रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह दावा किया गया।
बयान में कहा गया कि वह उत्तर प्रदेश जिसे कभी अपराधियों के आतंक, दंगों और जघन्य अपराधों के लिए जाना जाता था, आज उसकी सूरत और सीरत दोनों ही पूरी तरह से बदल गई है।
इसमें कहा गया कि उत्तर प्रदेश को अब कानून के राज के लिए जाना जाता है और यह उपलब्धि पिछले आठ वर्षों में अपनाई गई कतई बर्दाश्त न करने वाली नीति का नतीजा है।
बयान के मुताबिक, योगी सरकार ने अपने अटूट संकल्प से असंभव को संभव कर दिखाया और एक ऐसा शासन मॉडल स्थापित किया, जिसमें हर नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस करता है और उसे भरोसा होता है कि न्याय शीघ्र और बिना किसी समझौते के होगा।
बयान के अनुसार, योगी ने 2017 में उत्तर प्रदेश की कमान संभालते ही कुख्यात अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की। इसमें कहा गया कि राज्य पुलिस ने पिछले आठ वर्षों में 222 कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया, जबकि 8,118 अपराधी घायल हुए।
बयान के मुताबिक, योगी सरकार में 79,984 अपराधियों पर गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई, जबकि 930 अपराधियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत सख्त कदम उठाए गए।
इसमें कहा गया कि योगी सरकार ने अवैध रूप से अर्जित बेनामी संपत्तियों को चिन्हित किया और 142 अरब रुपये से अधिक की अवैध संपत्तियों को जब्त व ध्वस्त किया।
बयान में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार के हवाले से कहा गया कि 2017 से 2024 के अंत तक 68 माफियाओं के लंबित मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 73 अभियोगों में 31 माफिया और 74 सह अपराधियों को उम्रकैद या कठोर कारावास की सजा दिलाई गई, जबकि दो अपराधियों को मृत्युदंड मिला।
बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में पिछले आठ वर्षों में 4,076 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की अवैध संपत्ति जब्त की गई।
इसमें कहा गया कि राज्य सरकार ने महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया।
बयान के मुताबिक, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत 11,254 मामलों और दहेज हत्या से जुड़े 3,775 मामलों में दोषियों को सजा दिलाई गई।
बयान में दावा किया गया कि विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने वर्ष 2017 से अब तक 653 जघन्य अपराधों को घटित होने से पहले ही रोक दिया। इसमें कहा गया कि एटीएस ने 2017 से अब तक 130 आतंकवादियों और 171 रोहिंग्या/बांग्लादेशी अपराधियों तथा उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया।
भाषा
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पारुल
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