मुंबई, 19 फरवरी (भाषा) घरेलू उद्योग ई-रीसाइक्लिंग क्षेत्र में व्यावसायिक अवसरों के बढ़ने की उम्मीद कर सकता है। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंड-रा) ने बुधवार को एक रिपोर्ट में यह बात कही है। ई-रीसाइक्लिंग क्षेत्र के वर्ष 2032 तक 13.52 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़कर 19.85 करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
रिपोर्ट में अनुबंध की पूर्ति सुनिश्चित करने और विस्तारित उत्पादक जिम्मेदारी (ईपीआर) राजस्व हासिल करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञता के लिए ई-कचरा खरीद को एक मजबूत रिवर्स लॉजिस्टिक्स नेटवर्क की आवश्यकता को भी रेखांकित किया गया है।
इसमें कहा गया है कि भारत, चीन और अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बड़ा ई-कचरा उत्पादक देश है। साथ ही, स्विट्जरलैंड दुनिया में सबसे कुशल ई-कचरा पुनर्चक्रण करने वाले देशों में से एक है, जिसके बाद स्वीडन और नॉर्वे का स्थान आता है।
एस्ट्यूट एनालिटिका की रिपोर्ट का हवाला देते हुए क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने कहा कि घरेलू ई-कचरा प्रबंधन बाजार वर्ष 2024-2032 के दौरान लगभग 13.52 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़कर 19.85 करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा। यह एक विशाल बाजार का संकेत देता है।
इंड-रा ने कहा कि तकनीकी प्रगति और इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा प्रदान किए जा रहे तेजी से बदलाव के कारण ई-रीसाइक्लिंग क्षेत्र में अवसर बढ़ रहे हैं। यह ई-कचरा प्रबंधन के लिए जिम्मेदार उत्पादकों को मजबूत करने वाली ईपीआर नीति के साथ मेल खाता है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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