ईडी ने कारोबारी से जबरन वसूली मामले में चार जीएसटी अधिकारियों पर दर्ज किया मुकदमा |

Ankit
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बेंगलुरु, 11 सितंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को माल एवं सेवा कर (जीएसटी)विभाग के गिरफ्तार चार अधिकारियों के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया। इन पर यहां के एक व्यापारी से ईडी अधिकारी बनकर कथित तौर पर 1.5 करोड़ रुपये की जबरन वसूली करने का आरोप है।


सूत्रों ने बताया कि ईडी ने बेंगलुरु नगर अपराध शाखा द्वारा आरोपियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है।

जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि चारों आरोपी कारोबारी के पास ‘फर्जी’ छापेमारी के लिए गए और दावा किया कि वे ‘ईडी’ से हैं और उन्होंने धमकी देकर उससे जबरन 1.5 करोड़ रुपये की वसूली की। उन्होंने बताया कि ईडी उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी और उनकी संपत्तियों की तलाश करेगी ताकि उन्हें धन शोधन निरोधक कानून के तहत जब्त किया जा सके।

जीएसटी विभाग के चार अधिकारियों को बुधवार को बेंगलुरु नगर अपराध शाखा ने अपहरण और जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया था।

ये गिरफ्तारियां बेंगलुरु पूर्व डिवीजन के बयप्पनहल्ली पुलिस थाना में एक व्यापारी की शिकायत के आधार पर की गई हैं।

बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने बुधवार को बताया, ‘‘व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि करीब एक सप्ताह पहले चार से पांच लोग उसके घर आए और उसे जबरदस्ती वाहन में बिठाया और दो वाहनों में शहर भर में घुमाया तथा अपने कार्यालय भी ले गए और वहां उन्होंने उससे भारी रकम की मांग की।’’

पुलिस आयुक्त ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘करीब 1.5 करोड़ रुपये देने के बाद उन्होंने उसे जाने दिया। इस मामले में शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इसे अपराध शाखा को सौंप दिया गया।’’

अपराध शाखा के वरिष्ठ जीएसटी अधिकारियों से पुष्टि की कि इस तरह की कोई छापेमारी अधिकृत नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए यह पाया गया कि इन लोगों ने अवैध धन हासिल करने के लिए जानबूझकर यह कार्य किया है।

गिरफ्तार लोगों में एक अधीक्षक रैंक के अधिकारी के अलावा जीएसटी के निरीक्षक और वरिष्ठ खुफिया अधिकारी रैंक के कर्मचारी शामिल हैं।

भाषा

धीरज पवनेश

पवनेश



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