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नयी दिल्ली, 19 मार्च (भाषा) केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि इंडिया एआई मिशन और गेट्स फाउंडेशन बेहतर फसलों, मजबूत स्वास्थ्य सेवा, बेहतर शिक्षा और जलवायु-जुझारू क्षमता के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) समाधान विकसित करने को जल्द ही एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेंगे।
मंत्री ने माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स के साथ बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह घोषणा की।
वैष्णव ने कहा, ‘‘बेहतर फसलों, मजबूत स्वास्थ्य सेवा, बेहतर शिक्षा और जलवायु जुझारूपन के लिए एआई समाधान को इंडिया एआई मिशन और गेट्स फाउंडेशन के बीच जल्द ही समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।’’
इससे पहले मंगलवार को मंत्री ने बताया था कि इंडिया एआई मिशन ने स्वदेशी कृत्रिम मेधा प्रौद्योगिकी के विकास के लिए संसद के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा था कि अपना खुद का एलएलएम (चैटजीपीटी जैसा बड़ा भाषा मॉडल) विकसित करना महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्तमान में उपलब्ध मुक्त स्रोत प्रौद्योगिकी भविष्य में ओपनएआई की तरह मुक्त नहीं रह सकती है।
सरकार स्वदेशी जीपीयू (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) चिप के विकास पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
भाषा अजय अजय प्रेम
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