आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय हॉकी टीम के सामने सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए ब्रिटेन की चुनौती

Ankit
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पेरिस, तीन अगस्त (भाषा)  अपने अंतिम पूल मैच में तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया पर ऐतिहासिक जीत के बाद आत्मविश्वास से भरपूर भारत रविवार को यहां पेरिस ओलंपिक की पुरुष हॉकी प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ जीत की इस लय को कायम रखने की कोशिश करेगा ।


भारत ने पूल बी के अपने आखिरी मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराकर ओलंपिक में इस टीम के खिलाफ आधी सदी से अधिक ( 52 वर्षों) समय से चले आ रहे जीत के इंतजार को खत्म किया।

भारत ने आस्ट्रेलिया को इससे पहले 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में हराया था ।

ऑस्ट्रेलिया पर जीत के साथ ही भारत भारत पूल बी में मौजूदा ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम के बाद दूसरे स्थान पर रहा, जबकि ग्रेट ब्रिटेन पूल ए में तीसरे स्थान पर था।

भारतीय टीम पहले दो क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी तरह से हावी दिखी और उसने लगातार आक्रामक खेल से मैच की गति को नियंत्रित किया।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के प्रदर्शन का मुख्य आकर्षण मनप्रीत सिंह तथा उप-कप्तान हार्दिक सिंह के नेतृत्व वाले मिडफील्ड और गुरजंत सिंह तथा सुखजीत सिंह अग्रिम पंक्ति के बीच शानदार समन्वय था। गुरजंत और सुखजीत ने अपने खेल से ऑस्ट्रेलिया की रक्षा पंक्ति को दबाव में रखा।

तोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ एक बार फिर से हर विभाग में बढ़त बनाने की कोशिश करेगी।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभिषेक फॉरवर्ड लाइन में सक्रिय थे और उन्होंने टूर्नामेंट में अपना दूसरी बार मैदानी गोल कर भारत को बढ़त दिलायी।

कप्तान हरमनप्रीत कौर का कमाल का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी जारी रहा और उन्होंने इस मैच में दो गोल दागे। भारतीय कप्तान के नाम पेरिस ओलंपिक में अब छह गोल हो गये हैं।

अमित रोहिदास और जरमनप्रीत सिंह ने रक्षापंक्ति में शानदार जज्बा दिखाया तो वहीं अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेल रहे अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश गोल के सामने दीवार की तरह खड़े रहे और कई बचाव किए। भारतीय टीम को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ एक बार फिर से उन से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गेंद को भारतीय रक्षापंक्ति से मिडफील्ड और फिर अग्रिम पंक्ति की पकड़ में जाते देखना शानदार था। भारतीय खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में ‘एरियल’ पास का बेहतरीन इस्तेमाल किया था और टीम ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ भी इसका प्रभावी इस्तेमाल करना चाहेगी।

ओलंपिक में लगातार दूसरे पदक से दो जीत दूर भारतीय टीम के कोच क्रेग फुल्टोन को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ टीम के खिलाड़ियों से एक और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।

उन्होंने ऑस्ट्रेलिया पर जीत के बाद कहा, ‘‘यह एक अहम मैच था। हमें क्वार्टर फाइनल से पहले इस तरह के मैच की जरूरत थी। हमने शुरू से ही उन्हें दबाव में रखा। ऑस्ट्रेलिया को हराना गर्व की बात है।’’

क्वार्टर फाइनल के अन्य मैचों में बेल्जियम का मुकाबला स्पेन से, ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला नीदरलैंड से और जर्मनी का सामना अर्जेंटीना से होगा।

भाषा आनन्द मोना

मोना



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