जम्मू, 12 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के बर्फीले इलाके में जारी अभियान में दो आतंकवादी मारे गए जबकि अखनूर सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक ‘जूनियर कमीशंड अधिकारी’ (जेसीओ) शहीद हो गया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
इसके साथ ही पिछले दो दिन से जिले के छत्रू क्षेत्र में जारी अभियानों में मारे गए आतंकवादियों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। सुरक्षा बलों ने शुक्रवार सुबह एक आतंकवादी को मार गिराया था।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शनिवार को मारे गए आतंकवादी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध थे और इसमें एक शीर्ष कमांडर सैफुल्ला भी था जो पिछले एक साल से चेनाब घाटी क्षेत्र में सक्रिय था।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना का एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गया। सेना ने बताया कि मुठभेड़ में शहीद हुए 9-पंजाब के सूबेदार कुलदीप चंद हिमाचल प्रदेश के निवासी थे।
असम राइफल्स के 5-सेक्टर कमांडर ब्रिगेडियर जे बी एस राठी और डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) श्रीधर पाटिल ने बताया कि आतंकवादियों के खिलाफ नौ अप्रैल को शुरू किए गए अभियान अब भी जारी हैं। उन्होंने बताया कि इनका उद्देश्य क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना है।
ब्रिगेडियर राठी ने किश्तवाड़ में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ अभियानों में कुल तीन आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि सैनिकों ने शानदार कौशल और तत्परता दिखाई तथा सुनिश्चित किया कि हमारी ओर कोई हताहत न हो। सैनिकों ने बहुत ही पेशेवर अंदाज दिखाया और स्थानीय आबादी की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।’’
उन्होंने कहा कि इन अभियानों में भारतीय सेना और पुलिस, विशेषकर इसके विशेष अभियान समूह (एसओजी) के बीच बेहतरीन समन्वय भी देखने को मिला।
सेना के अधिकारी ने कहा कि नौ अप्रैल को आतंकवादियों के बारे में पता चलने के बाद भारतीय वायुसेना की मदद से विशेष बलों को तैनात किया गया तथा क्षेत्र की निगरानी के लिए ड्रोन और रात्रिकालीन निगरानी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी क्षेत्र से भाग न सकें।
उन्होंने कहा कि यह अभियान जम्मू के दक्षिण में, विशेषकर पीर पंजाल रेंज में शांति और स्थिरता बनाए रखने की सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
डीआईजी ने कहा कि बुधवार को आतंकवादियों की तलाश के लिए शुरू किया गया अभियान अब अपने अंतिम चरण में है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र में मौजूद सभी आतंकवादियों के मारे जाने तक हमारा अभियान जारी रहेगा।’’
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया तथा ‘‘मैं सुरक्षा एजेंसी को दिए गए उनके सहयोग के लिए उनकी सराहना करता हूं।’’
डीआईजी ने कहा कि अभियान के दौरान जो समन्वय और तालमेल देखने को मिला, वह जारी रहेगा और ‘‘आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए (पाकिस्तान से) यहां आने वाले किसी भी व्यक्ति का यही हश्र होगा।’’
सैफुल्ला को मार गिराए जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में डीआईजी ने कहा, ‘‘हम अभी किसी मृत आतंकवादी की पहचान की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं हैं। हम अपनी जांच के दौरान शवों की पहचान करेंगे और पुष्टि होने के बाद इसका खुलासा करेंगे।’’
चेनाब घाटी क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी समूहों की संख्या के बारे में उन्होंने कहा कि संख्या महत्वपूर्ण नहीं है और ‘‘जैसा कि मैंने कहा कि हमारा अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि उन सभी का खात्मा नहीं कर दिया जाता।’’
ब्रिगेडियर राठी ने यह भी कहा कि संख्या मायने नहीं रखती। उन्होंने कहा, ‘‘जो भी क्षेत्र में शांति और सौहार्द बिगाड़ने के मकसद से आएगा, उसका सफाया कर दिया जाएगा।’’
पाटिल ने बताया कि मृत आतंकवादियों के पास से एम-4 कार्बाइन राइफल और एके सीरीज राइफल सहित बड़ी मात्रा में आयुध बरामद किया गया है।
इस बीच, अखनूर सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के जेसीओ कुलदीप चंद शहीद हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि माना जा रहा है कि शुक्रवार देर रात केरी भट्टल इलाके में भीषण गोलीबारी के बाद आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में वापस चले गए।
जम्मू स्थित ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘व्हाइट नाइट कोर के जीओसी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल पी के मिश्रा) और सभी स्तर के अधिकारी 9 पंजाब के बहादुर सूबेदार कुलदीप चंद के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। उन्होंने 11 अप्रैल 2025 की रात को सुंदरबनी के केरी भट्टल इलाके में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ-रोधी अभियान का बहादुरी से नेतृत्व करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।’’
उसने कहा, ‘‘सूबेदार कुलदीप के सर्वोच्च बलिदान और उनकी टीम की वीरता ने आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। हम दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता से खड़े हैं।’’
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार दोपहर जम्मू में अखनूर की सैन्य छावनी टांडा में सूबेदार (जेसीसओ) कुलदीप चंद के लिए पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया और बाद में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए हिमाचल प्रदेश स्थित उनके घर ले जाया गया।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सूबेदार कुलदीप को शनिवार को श्रद्धांजलि दी।
अधिकारियों ने बताया कि उधमपुर जिले के बसंतगढ़ और रामनगर इलाकों में तीन अन्य आतंकवादियों के एक समूह को पकड़ने के लिए बुधवार से एक अन्य अभियान जारी है जबकि पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास कई इलाकों और कठुआ जिले के बिलावर, बानी एवं आसपास के इलाकों में नए अभियान शुरू किए गए हैं।
भाषा
सिम्मी संतोष
संतोष