(तस्वीर के साथ)
नागपुर, 13 अप्रैल (भाषा) संविधान निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर की 135वीं जयंती की पूर्व संध्या पर रविवार को पूरे भारत से लाखों श्रद्धालु नागपुर स्थित दीक्षाभूमि पहुंचने लगे हैं।
संविधान के प्रमुख सूत्रधार और महान विधिवेत्ता-समाज सुधारक ने 1956 में दीक्षाभूमि में बौद्ध धर्म अपनाया था। इससे यह उनके लाखों अनुयायियों के लिए एक तीर्थस्थल स्थल बन गया।
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक समिति के न्यासी विलास गजघाटे ने बताया,‘‘स्मारक समिति, जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, क्योंकि सोमवार को लाखों श्रद्धालु दीक्षाभूमि आएंगे।’’
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए पंडालों का निर्माण किया गया है, जो बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा और उनकी अस्थियों पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
भाषा धीरज नरेश
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