अमरावती, एक सितंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वंगलापुड़ी अनिता ने रविवार को बताया कि राज्य में पिछले दो दिनों में मूसलाधार बारिश के कारण पांच जिलों के 294 गांवों से 13,227 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौसम की स्थिति की समीक्षा की और उनसे बाढ़ का आकलन करने तथा उसके अनुसार राहत एवं बचाव अभियान संचालित करने के लिए ड्रोन जैसी प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करने के लिए कहा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों पर बना अवदाब रविवार तड़के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर कलिंगपट्टनम के पास दक्षिणी राज्य के तट को पार कर गया। इसी के कारण राज्य में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही थी।
गृह मंत्री वंगलापुड़ी अनिता ने बताया कि बारिश से प्रभावित इलाकों से निकाले गए लोगों के लिए एनटीआर, कृष्णा, बापटला, गुंटूर और पालनाडु जिलों में 100 राहत एवं पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं। साथ ही 61 चिकित्सा शिविरों की भी व्यवस्था की गई है।
गृह मंत्री ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, ”भारी बारिश के कारण अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दलों ने जलमग्न इलाकों से 600 लोगों को बचाया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 17 दलों ने सात जिलों में 22 जलमग्न स्थानों पर बचाव अभियान चलाया।
प्रारंभिक अनुमानों का हवाला देते हुए अनिता ने बताया कि बारिश के कारण 62,644 हेक्टेयर धान की फसल और 7,218 हेक्टेयर बाग जलमग्न हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि सभी जिलों में टोल फ्री नंबर और नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौसम की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्हें बताया गया कि बापटला जिले में प्रकाशम बैराज के मुहाने पर रहने वाले 6,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
नायडू ने बताया कि 31 अगस्त की तुलना में रविवार को कम बारिश हुई, लेकिन कुछ कॉलोनियों और घरों में अब भी पानी भरा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ स्थानों पर 27 सेमी तक बारिश हुई है। नायडू ने अधिकारियों को इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्षों में ऐसी रिकॉर्ड बारिश नहीं देखी गई थी।
नायडू ने अधिकारियों को बाढ़ का आकलन करने और उसके अनुसार राहत एवं बचाव अभियान चलाने के लिए ड्रोन जैसी प्रौद्योगिकियों को शामिल करने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने बाढ़ के कारण होने वाले खाद्य संकट और जल प्रदूषण के प्रति सावधान रहने का भी निर्देश दिया है।
नागरिक आपूर्ति मंत्री एन मनोहर ने मुख्यमंत्री को बताया कि कुछ स्थानों पर जरूरतमंद लोगों को चावल सहित कुछ आवश्यक सामान उपलब्ध कराए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयवाड़ा के प्रकाशम बैराज से रविवार शाम तक 10 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है, इसलिए उन्होंने अधिकारियों को निचले इलाकों के ग्रामीणों को सतर्क करने और उन्हें वहां से हटाने का निर्देश दिया है।
डीजीपी सी. द्वारका तिरुमला राव ने मुख्यमंत्री को बताया कि बाढ़ के कारण एनटीआर जिले के रायनपाडु रेलवे स्टेशन पर रेल परिचालन रोक दिया गया है।
रेलवे स्टेशन पर तमिलनाडु एक्सप्रेस को रोके जाने के बाद गृह मंत्री ने गौर किया कि यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिये एपीएसआरटीसी बसों के जरिये यात्रा की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
विजयवाड़ा के नगर आयुक्त एच एम ध्यानचंद्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘बुदमेरु (नहर) कई इलाकों में ओवरफ्लो हो रही है। 12 वार्ड जलमग्न हो गए हैं। पानी के बहाव को रोकने के लिए अपस्ट्रीम गेट बंद कर दिए गए हैं। करीब 3,000 लोगों को निकाला गया है।’ बुदमेरु की स्थिति को नियंत्रण में लाने का आश्वासन देते हुए नगर आयुक्त ने कहा कि राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की दो और एसडीआरएफ की दो टीम तैनात की जाएंगी।
इससे पहले, मौसम विभाग के एक अधिकारी ने देखा कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों पर बना अवदाब, जो पिछले दो दिनों से भारी बारिश का कारण बन रहा है, रविवार की सुबह कलिंगपट्टनम के पास दक्षिणी राज्य के तट को पार करने के लिए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया।
अधिकारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘अवदाब के अगले 24 घंटे में दक्षिण ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने तथा कमजोर होकर एक कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है।’
आंध्र प्रदेश में कई स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। वहीं कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की भी संभावना है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मन्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, काकीनाडा और नांदयाल जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है।
इसमें बताया गया कि विशाखापट्टनम, अनकापल्ली, कोनासीमा, पूर्वी गोदावरी, पश्चिमी गोदावरी और अन्य जिलों के साथ-साथ रायलसीमा क्षेत्र के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
भाषा प्रीति दिलीप
दिलीप