इटानगर, 20 मार्च (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चाउना मीन ने अपर सियांग जिले के आदि पासी में 1894 मिरेम बटुम लिंगकांग युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया।
यह स्मारक पासी गांव के ‘आदि योद्धाओं’ की वीरता को समर्पित है जिन्होंने 1893-94 के तीसरे एंग्लो-अबोर युद्ध के दौरान ब्रिटिश अभियान के खिलाफ अपनी मातृभूमि की रक्षा की थी।
एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मीन ने बुधवार को कार्यक्रम में इस अवसर को ऐतिहासिक और भावनात्मक बताया तथा उन नायकों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष किया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह युद्ध स्मारक उनके बलिदानों की स्थायी स्मृति के रूप में कार्य करेगा और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में उनके योगदान को स्थापित करेगा।
राज्य के लोगों और उनकी भूमि के बीच गहरे संबंध को उजागर करते हुए, उपमुख्यमंत्री ने विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘सच्ची प्रगति केवल बुनियादी ढांचे और उद्योगों से नहीं मापी जाती, बल्कि इस बात से मापी जाती है कि हम अपने जंगल, नदी और जैव विविधता की कितनी अच्छी तरह से रक्षा करते हैं।’
उन्होंने आने वाली पीढ़ियों को एक समृद्ध पर्यावरण विरासत में देने के लिए सतत विकास की आवश्यकता पर बल दिया।
उपमुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करने और पारंपरिक ज्ञान, भाषा और रीति-रिवाज को संरक्षित रखने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, ‘हमारे त्योहार, अनुष्ठान और परंपराएं हमें परिभाषित करते हैं। जिस तरह हमारे पूर्वजों ने साहस के साथ अपनी भूमि की रक्षा की, हमें भी अपनी पहचान और संसाधनों को सुरक्षित रखना चाहिए।’
मीन ने प्रस्तावित अपर सियांग बहुउद्देशीय परियोजना के महत्व और यारलुंग त्संगपो नदी पर चीन द्वारा प्रस्तावित 60,000 मेगावाट के बांध से उत्पन्न चुनौतियों पर भी चर्चा की।
भाषा राखी मनीषा
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