नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) कोका-कोला के स्वामित्व वाला ‘माजा’ बीते साल एक अरब डॉलर का ब्रांड बन गया है। यह दूसरा देसी ब्रांड है, जो इस अरब डॉलर क्लब में शामिल हुआ है।
कंपनी के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी जेम्स क्विंसी ने कंपनी के वित्तीय परिणाम से जुड़े ‘कॉल’ में कहा, ‘‘यह अब पेय पदार्थ बनाने वाली प्रमुख वैश्विक कंपनी का ‘यह 30वां अरब डॉलर ब्रांड बन गया है।’’
उन्होंने कहा कि कोका-कोला का कारोबार तिमाही के दौरान अच्छा रहा और हमने मात्रा में वृद्धि की।
इससे पहले थम्स-अप ने 2021 में पेय पदार्थ प्रमुख कोका-कोला के लिए पहला अरब डॉलर वाला देसी ब्रांड बनने की उपलब्धि हासिल की थी।
कोका-कोला कंपनी ने 1993 में पार्ले बिसलेरी के रमेश चौहान से माजा और थम्स अप का अधिग्रहण किया। उस समय अटलांटा मुख्यालय वाली कंपनी ने भारतीय बाजार में दोबारा से प्रवेश किया।
उस समय कोका-कोला ने चौहान बंधुओं से पेय पदार्थों का पूरा पोर्टफोलियो खरीदा था, जिसमें गोल्ड स्पॉट और लिम्का भी शामिल था। माजा को भारत में 1976 में पेश किया गया था और इसे यहां स्थानीय स्तर पर बेचा जाता है।
कोका-कोला का नींबू और नीबू के स्वाद वाला पेय स्प्राइट 2022 में भारतीय बाजार में एक अरब डॉलर का ब्रांड बना था।
क्विंसी ने कहा, ‘‘भारतीय बाजार में कोला ने उपभोक्ताओं को जोड़ते हुए ‘अभिनव विपणन अभियानों को अपनाया। इसके तहत कोका-कोला को संगीत, स्प्राइट को यात्रा और थम्स अप को फिल्मों से जोड़ा।’’
वैश्विक स्तर पर कोका-कोला कंपनी के लिए भारत पांचवां सबसे बड़ा बाजार है।
दिसंबर तिमाही में कोका-कोला का शुद्ध लाभ छह प्रतिशत बढ़कर 11.5 अरब डॉलर हो गया। पूरे वर्ष के लिए, इसका शुद्ध लाभ तीन प्रतिशत बढ़कर 47.1 अरब डॉलर रहा।
भाषा रमण अजय
अजय प्रेम
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