नागपुर, 14 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र में एक अयोग्य व्यक्ति को शिक्षक पहचान संख्या जारी करने के मामले में पुलिस ने शिक्षा विभाग के तीन और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
शिक्षक पहचान संख्या को शालार्थ आईडी भी कहा जाता है।
अधिकारियों ने बताया कि शालार्थ आईडी मिलने के बाद उक्त व्यक्ति पराग नानाजी पुडके को सरकारी वेतन मिलने लगा और उसे पदोन्नति भी मिल गई।
इस मामले में पुलिस ने 11 अप्रैल को शिक्षा उपनिदेशक उल्हास नारद को गिरफ्तार किया था। नारद पर आरोप है कि उसने अनुभव संबंधी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पुडके को नागपुर के एक निजी स्कूल में शिक्षक आईडी जारी करने की मंजूरी दी थी।
एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को पुलिस ने शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में कार्यरत एक अधीक्षक, एक उप-निरीक्षक और एक लिपिक को इस मामले में गिरफ्तार किया।
आईडी के आधार पर पराग पुडके को सरकारी नौकरी मिली और वह भंडारा जिले के जेवताला स्थित ‘नानाजी पुडके विद्यालय’ का प्रधानाचार्य बन गया था।
पुलिस के अनुसार, पुडके को भी 11 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था।
भाषा राखी सुरेश
सुरेश