नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) अमेरिका का एक सैन्य विमान भारतीय प्रवासियों के एक समूह को लेकर आ रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के करीब दो सप्ताह बाद अवैध भारतीय प्रवासियों को निर्वासित करने की यह पहली कार्रवाई है।
अवैध प्रवासियों के एक समूह को भारत लाने वाली उड़ान के बारे में पूछे जाने पर नयी दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने विस्तृत जानकारी नहीं दी, लेकिन कहा कि अमेरिका अपने आव्रजन कानून को सख्ती से लागू कर रहा और अवैध प्रवासियों को निकाल रहा है।
अमेरिका ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब भारत और अमेरिका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 12 और 13 फरवरी को होने वाली संभावित वाशिंगटन यात्रा के विभिन्न पहलुओं को अंतिम रूप दे रहे हैं।
पता चला है कि अमेरिकी वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर विमान भारतीय नागरिकों को लेकर आ रहा है। हालांकि, विमान में सवार लोगों की संख्या और उसके गंतव्य के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
सी-17 विमान में 140 लोग सवार हो सकते हैं।
अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने उड़ान की जानकारी साझा करने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका अपनी सीमा की सुरक्षा को लेकर सख्त है, आव्रजन कानूनों को सख्त कर रहा है और अवैध प्रवासियों को निकाल रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये कार्रवाइयां एक स्पष्ट संदेश हैं कि अवैध प्रवास जोखिम से भरा है।’’
ट्रंप ने अमेरिका में रहने वाले अवैध प्रवासियों से निपटने के लिए सख्त नीतिगत दृष्टिकोण अपनाने का वादा किया है और वह पहले ही आव्रजन से संबंधित कई शासकीय आदेशों पर हस्ताक्षर कर चुके हैं।
ट्रंप प्रशासन ने अब तक ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास में अवैध प्रवासियों को भेजने के लिए सैन्य विमानों का इस्तेमाल किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ 27 जनवरी को फोन पर बातचीत के बाद ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिका से अवैध प्रवासियों को वापस भेजने के मामले में ‘‘वही करेगा जो सही होगा।’’
अनुमान के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने लगभग 18,000 अवैध भारतीय प्रवासियों की पहचान की है। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आने के कुछ दिनों बाद, भारत ने अवैध आव्रजन से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए अमेरिका के साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की।
पिछले महीने विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वह अवैध आव्रजन का विरोध करता है और अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस लेने के लिए तैयार है, बशर्ते उनकी नागरिकता सत्यापित हो। जायसवाल ने यह भी कहा कि अमेरिका में रह रहे अवैध भारतीय प्रवासियों की संख्या के बारे में अभी बात करना ‘‘जल्दबाजी’’ होगी।
पिछले वर्ष अक्टूबर में अमेरिका ने अवैध रूप से देश में रह रहे भारतीय नागरिकों को एक निजी विमान से भेजा था। अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने कहा है कि वह अमेरिकी आव्रजन कानूनों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और अवैध रूप से देश में प्रवेश करने वालों पर सख्त कार्रवाई करेगा।
भाषा आशीष पवनेश
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