वाशिंगटन, पांच मार्च (एपी) अमेरिका के न्याय विभाग ने बुधवार को घोषणा की कि समाचार संगठनों और अमेरिकी एजेंसियों को निशाना बनाते हुए चलाए गये वैश्विक साइबर जासूसी अभियान के सिलसिले में एक चीनी हैकिंग कंपनी के आठ नेताओं या सदस्यों के साथ-साथ दो चीनी अधिकारी आरोपित किये गये हैं।
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार कुछ नए आपराधिक मामलों से चीन में हैकिंग के लिए भर्ती करने/सेवा लेने संबंधी पारितंत्र के बारे में नई जानकारी सामने आयी।
इस व्यवस्था में चीन सरकार उन निकायों को निशाना बनाने के लिए निजी कंपनियों एवं ठेकेदारों को भुगतान करती है जिनमें उसकी (चीन की) खास रूचि होती है।
एक अभ्यारोपण में ‘आई-सून’ नामक एक निजी हैकिंग कंपनी के अधिकारियों को आरोपित किया गया है।
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इस कंपनी के अधिकारियों ने दुनिया भर में व्यापक स्तर पर साइबर उल्लंघनों को अंजाम दिया जो एक व्यापक खुफिया जानकारी जुटाने का अभियान था।
चीन के दो कानून प्रवर्तन अधिकारी भी आरोपित किये गये हैं।
अभ्यारोपण में कहा गया कि अन्य मामलों में हैकरों ने खुद ही हैकिंग की और उसके बाद चुरायी गयी सूचना सरकार को बेचने की चेष्टा की।
अधिकारियों ने दावा किया कि इस हैकिंग कंपनी ने सफलतापूर्वक हैक किए गए प्रत्येक ‘ईमेल इनबॉक्स’ के लिए सरकार से लगभग 10,000 से 75,000 अमेरिकी डॉलर के बराबर राशि वसूली।
जिन निकायों को हैकिंग के दौरान निशाना बनाया है उनमें अमेरिका वित्त विभाग शामिल था। अमेरिकी वित्त विभाग ने पिछले साल के आखिरी में खुलासा किया था कि चीनी हैकरों ने उसे निशाना बनाया था। वित्त विभाग ने इसे ‘बड़ी साइबर सुरक्षा संबंधी घटना’ बताया।
चीनी कॉर्पोरेट रजिस्ट्री में आई-सून के लिए सूचीबद्ध फोन नंबरों पर संपर्क किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
‘आई-सून’ के प्रतिनिधियों ने टिप्पणी के लिए एपी द्वारा भेजे गए ईमेल का भी तत्काल कोई जवाब नहीं दिया।
एपी
राजकुमार वैभव
वैभव