नयी दिल्ली, दो जनवरी (भाषा) महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों पर भारत-अमेरिका पहल (आईसीईटी) का जायजा लेने के लिए अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के अगले सप्ताह की शुरुआत में भारत की यात्रा करने की संभावना है।
आईसीईटी कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सेमीकंडक्टर, जैव प्रौद्योगिकी और रक्षा नवाचार जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच एक ऐतिहासिक पहल का प्रतिनिधित्व करता है।
सुलिवन की यात्रा अमेरिका के निवर्तमान बाइडन प्रशासन की ओर से नयी दिल्ली की अंतिम उच्चस्तरीय यात्रा होगी।
अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप का शपथग्रहण 20 जनवरी को होगा। समझा जाता है कि सुलिवन छह जनवरी को दिल्ली में होंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल के साथ व्यापक चर्चा करेंगे।
अमेरिकी के एनएसए की भारत यात्रा पर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
सुलिवन की यात्रा विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अमेरिका की छह दिवसीय यात्रा के कुछ दिनों बाद होगी।
उम्मीद है कि सुलिवन और डोभाल अपनी वार्ता में, आईसीईटी के क्रियान्वयन पर विचार-विमर्श करेंगे, जिसे बाइडन के राष्ट्रपति रहते भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों के विस्तार के लिए शुरू की गई महत्वपूर्ण पहल माना जाता है।
आईसीईटी को मई 2022 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बाइडन द्वारा महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच अधिक सहयोग के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
पिछले साल, दोनों पक्षों ने सेमीकंडक्टर, महत्वपूर्ण खनिजों, उन्नत दूरसंचार और रक्षा क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग को गहरा करने के लिए कई परिवर्तनकारी पहल की शुरुआत की थी।
सुलिवन की यात्रा के दौरान, भारत-अमेरिका के समग्र रणनीतिक संबंधों और बाइडन के राष्ट्रपति रहते दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की दिशा में प्राप्त परिणामों की दोनों पक्षों द्वारा समीक्षा किये जाने की भी उम्मीद है।
अमेरिकी एनएसए के विदेश मंत्री जयशंकर और अन्य वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों से भी मिलने की संभावना है।
सुलिवन ने आखिरी बार पिछले साल जून में भारत की यात्रा की थी।
भाषा अमित अविनाश
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