गुवाहाटी, 16 मार्च (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पुलिस महानिदेशकों (डीजीपा) के साथ समीक्षा बैठक में तीन नए आपराधिक कानूनों – बीएनएस, बीएनएसएस और बीएसए के कार्यान्वयन की स्थिति पर चर्चा की।
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के कारण वहां के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने बैठक में भाग लिया।
असम के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्तमान में तीन नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन पर गुवाहाटी में पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं।”
बैठक में पूर्वोत्तर क्षेत्र के सात मुख्यमंत्री भाग ले रहे हैं, जबकि मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर को छोड़कर पांच राज्यों के डीजीपी मौजूद हैं।
बैठक में कई पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्य सचिव भी मौजूद हैं।
आठ राज्यों में से प्रत्येक ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) के कार्यान्वयन पर केंद्रीय गृह मंत्री को अद्यतन जानकारी देने के लिए प्रस्तुति दी।
एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “बैठक कुछ समय पहले शुरू हुई है। शाह के आगमन के बाद केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन के प्रारंभिक वक्तव्य के साथ इसकी शुरुआत हुई।”
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य पूर्वोत्तर राज्यों में पुलिस, जेल, अदालतों, अभियोजन और फॉरेंसिक से संबंधित विभिन्न नए प्रावधानों के कार्यान्वयन और वर्तमान स्थिति की समीक्षा करना है।
उन्होंने बताया कि शाह ने असम सीआईडी द्वारा तैयार और असम सरकार द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘न्यू क्रिमिनल लॉज़: स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स एंड रूल्स’ का विमोचन किया।
उन्होंने कहा कि सभी पक्षों द्वारा दी गई जानकारी के बाद उनके प्रस्तुतीकरण पर सामान्य चर्चा होगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “अंत में, शाह तीन कानूनों पर सभा को संबोधित करेंगे और बताएंगे कि इन्हें कैसे बेहतर ढंग से लागू किया जा सकता है। वह अपने सुझाव और प्रतिक्रिया देंगे।”
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और उनके समकक्ष मेघालय से कोनराड के. संगमा, नागालैंड से नेफ्यू रियो, अरुणाचल प्रदेश से पेमा खांडू, त्रिपुरा से माणिक साहा, मिजोरम से लालदुहोमा और सिक्किम से प्रेम सिंह तमांग अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में भाग ले रहे हैं।
केंद्र की ओर से खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका सहित कई शीर्ष अधिकारी मौजूद हैं।
भाषा प्रशांत दिलीप
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